Edited By Anil dev,Updated: 09 Apr, 2021 04:10 PM
केंद्रीय बलों द्वारा मतदाताओं को धमकाने के बारे में बयान देने के लिए चुनाव आयोग से नोटिस मिलने के बाद तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग पर प्रहार करते हुए कहा कि वह तब तक सीआरपीएफ के हस्तक्षेप के बारे में बोलती रहेंगी जब...
नेशनल डेस्क; केंद्रीय बलों द्वारा मतदाताओं को धमकाने के बारे में बयान देने के लिए चुनाव आयोग से नोटिस मिलने के बाद तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग पर प्रहार करते हुए कहा कि वह तब तक सीआरपीएफ के हस्तक्षेप के बारे में बोलती रहेंगी जब तक कि वह भाजपा के लिए काम करना नहीं बंद कर देता है।
बनर्जी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग, भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव के दिन प्रचार कर रहे हैं, फिर भी नहीं कहा जा रहा कि वह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। पूर्व वर्धमान जिले के जमालपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी प्रमुख ने कहा, मैं सीआरपीएफ के हस्तक्षेप के बारे में तब तक बोलती रहूंगी, जब तक कि वह भाजपा के लिए काम करना बंद नहीं करता है। ऐसा करते ही बल को सैल्यूट करूंगी। मैं आपके (चुनाव आयोग) कारण बताओ नोटिस की परवाह नहीं करती।
मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वह टीएमसी की नहीं सुन रहा है और भाजपा जो कहती है उसका अनुसरण करता है। उन्होंने पूछा, आप (प्रधानमंत्री) पश्चिम बंगाल में च्परीक्षा पे चर्चा क्यों करते हैं, जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं? क्या यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? चुनाव आयोग ने बृहस्पतिवार की रात को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को नोटिस जारी किया। उन्हें राज्य में चुनावी ड्यूटी पर तैनात केंद्रीय सशस्त्र बलों के खिलाफ प्रथमदृष्ट्या पूरी तरह गलत, उकसावे वाला बयान देने के लिए नोटिस जारी किया गया है और कहा गया है कि उनके बयान से सुरक्षा बलों का मनोबल गिरा है।