Edited By Anil dev,Updated: 31 Mar, 2021 05:28 PM
पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी नेताओं पत्र लिखकर बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतिओं के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करते हुए संयुक्त रूप से लडऩे का आह्वान किया है।
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी नेताओं पत्र लिखकर बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतिओं के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करते हुए संयुक्त रूप से लडऩे का आह्वान किया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर-भाजपा नेताओं को निजी पत्र लिखा हैं जिसमें उन्होंने भारत के लोकतंत्र और संवैधानिक संघवाद पर भाजपा और उसकी सरकार द्वारा ‘‘हमलों'' को रेखांकित किया है। राज्य में दूसरे चरण के चुनाव से पहले बनर्जी का पत्र बुधवार को तृणमूल कांग्रेस ने जारी किया।
बनर्जी ने पत्र में कहा है, ‘‘मैं भारत के लोकतंत्र और संवैधानिक संघवाद पर भाजपा और केन्द्र में उसकी सरकार द्वारा हमलों को लेकर अपनी गंभीर चिंताओं से अवगत कराने के लिए आपको, और गैर-भाजपा दलों के कई नेताओं को पत्र लिख रही हूं।'' राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक 2021 को संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित किये जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक ‘‘अत्यंत गंभीर'' विषय है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस कानून के जरिये केन्द्र की भाजपा सरकार ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार की सभी शक्तियों को छीन लिया है और उपराज्यपाल को दिल्ली का अघोषित वायसराय बना दिया गया, जो गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के लिए एक प्रतिनिधि (प्रॉक्सी) के रूप में काम कर रहे हैं।'' तीन पृष्ठ के इस पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राकांपा के नेता शरद पवार, द्रमुक के एमके स्टालिन, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, शिवसेना के उद्धव ठाकरे सहित अन्य लोगों को संबोधित किया गया है।