Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 04:14 PM
मोदी मंत्रिमंडल में होेने वाला विस्तार लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। मंत्रिमंडल के विस्तार के कारण भाजपा के अपने सहयोगियों के साथ संबंध बिगड़ते हुए नजर आ रहें हैं।
नई दिल्लीः मोदी मंत्रिमंडल में होेने वाला विस्तार लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। मंत्रिमंडल के विस्तार के कारण भाजपा के अपने सहयोगियों के साथ संबंध बिगड़ते हुए नजर आ रहें हैं। शिवसेना के बाद अब जदयू मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा के व्यवहार से खुश नही है। सूत्रों के अनुसार भाजपा ने जोे ऑफर नीतीश कुमार को दिया, उससे वह संतुष्ट नजर नहीं आ रहें हैं।
जानकारी के अनुसार जदयू ने भाजपा का एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री का ऑफर मान लिया था, लेकिन अब मंत्रियों की संख्या और मंत्रिपद को लेकर भाजपा और जदयू के बीच तनाव की स्थिति बन गई है। जदयू मोदी मंत्रिमंडल में कोई रेलवे जैसे रुतबे वाला पोर्टफोलियो चाहता है। जदयू यह नही चाहती कि उनकी तुलना रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी से की जाए। इन सब खबरोें के चलते जिन मंत्रियों का नाम मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए सामने आ रहा था वह सब डरे सहमे अपने घरों में बैठ गए हैं।
जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने मंत्रिमंडल में शामिल होने के सवाल का जवाब देते हुए ही पार्टी की नाराजगी को जाहिर कर दिया है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में उनकी पार्टी से किसी की बात नहीं हुई है, इसलिए इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नही है।