Edited By Yaspal,Updated: 12 Jun, 2021 06:22 PM
देश में अब महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। धीरे-धीरे महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के वर्चस्व को चुनौती दे रही हैं। महिलाएं अब उन कामों के लिए भी आगे आ रही हैं, जो अब तक सिर्फ पुरुषों के करने के लायक ही...
नेशनल डेस्कः देश में अब महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। धीरे-धीरे महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के वर्चस्व को चुनौती दे रही हैं। महिलाएं अब उन कामों के लिए भी आगे आ रही हैं, जो अब तक सिर्फ पुरुषों के करने के लायक ही समझे जाते थे। इसी का एक उदाहरण है महाराष्ट्र के कल्याण गुड्स यार्ड में मालगाड़ियों की जांच के लिए नियुक्त एक नई महिला टीम। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी।
गोयल ने कहा कि महाराष्ट्र के कल्याण गुड्स यार्ड में एक महिला टीम का गठन किया गया है। अब तक रेलवे के भारी कामों के लिए अधिकांशतः पुरुषों की नियुक्ति ही होती आई है। खासकर मालगाड़ी से जुड़े अधिकतर कामों में पुरुष टीम ही नियुक्त की जाती रही है। पीयूष गोयल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि "नारी शक्ति: महाराष्ट्र के कल्याण गुड्स यार्ड में मालगाड़ियों की सघन जांच के लिए महिला टीम का गठन किया गया है। टीम को अंडर गियर जांच, एयर ब्रेक टेस्टिंग, अंडर फ्रेम, साइड पैनल, और ऑन रैक अटेंशन के लिए तैनात किया गया है।
रेलवे में भारी कामों के लिए अब तक पुरुषों की नियुक्ति होती आई है, महिलाओं को इस तरह के कामों के लिये बहुत कम नियुक्ति मिली है, और ऐसा पहली बार हो रहा है कि पूरी टीम में सिर्फ महिलाएं हों। पश्चिम रेलवे 2016 से ही महिलाओं को हेवी ड्यूटी में नियुक्ति देकर उनकी सहभागिता बढ़ा रहा है। 2016 में पहली बार उदिता वर्मा को सहायक लोको पायलट के रूप में नियुक्ति दी गई थी। 2021 में पहली बार वसई स्टेशन पर एक इतिहास बना जब एक पूरी मालगाड़ी को लेकर महिला स्टाफ स्टेशन पर पहुंचा।