Edited By Pardeep,Updated: 09 Apr, 2020 05:37 AM
शायद आप विश्वास नहीं करेंगे। कोविड-19 से पंजाब और महाराष्ट्र में मृत्युदर देशभर या कहें विश्वभर में सबसे अधिक है। इस समय दुनिया में कोविड-19 के सक्रिय केस और मौतें क्रमश: 14,62,698 और 84,792 हैं। इस तरह संक्रमण केसों और मौतों का विश्व औसत बनता...
नेशनल डेस्कः शायद आप विश्वास नहीं करेंगे। कोविड-19 से पंजाब और महाराष्ट्र में मृत्युदर देशभर या कहें विश्वभर में सबसे अधिक है। इस समय दुनिया में कोविड-19 के सक्रिय केस और मौतें क्रमश: 14,62,698 और 84,792 हैं। इस तरह संक्रमण केसों और मौतों का विश्व औसत बनता है 5.75 प्रतिशत। अब आंकड़ों की तुलना भारत से करें।
बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में संक्रमण के मामले 5,194 तथा मौतें 149 दर्ज की गईं। इसके अनुसार भारत की मृत्युदर 3 प्रतिशत से कम बनती है। हालांकि यह कहा जा रहा है कि भारत में कोविड-19 की टैस्टिंग कम हो रही हैं परंतु यह एक लगातार जारी रहने वाली प्रक्रिया है। भारत में अब तक 1,21,271 टैस्ट हुए हैं।
भारत में मृत्युदर 2.93 प्रतिशत बनती है जबकि विश्व की औसत 5.75 प्रतिशत है। अब पंजाब और महाराष्ट्र की बात करते हैं। पंजाब में कोविड-19 के सक्रिय मामले 106 हैं और ये भी कुछ इलाकों तक सीमित हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने तो प्रधानमंत्री मोदी के लॉकडाऊन लागू करने से पहले ही राज्य में कफ्र्यू लागू कर दिया था। इसके बावजूद अमरेन्द्र सिंह चिंतित हैं क्योंकि 107 संक्रमित मामलों में 8 मौतें हो चुकी हैं।
इस तरह पंजाब में मृत्युदर 7.90 प्रतिशत से अधिक बैठती है। और यही चिंता की बात है। वैसे संक्रमण केसों की संख्या कम है लेकिन राज्य सरकार कोई मौका नहीं देना चाहती। इसकी अगर हरियाणा से तुलना करें तो वहां 158 संक्रमण के मामले आए हैं तो मौतों की संख्या 2 है। यह 2 प्रतिशत से भी कम बनता है जो राष्ट्रीय एवं विश्व की तुलना में बहुत कम है। अब देश की आर्थिक राजधानी महाराष्ट्र को देखें। वहां संक्रमण के 1,018 मामले सामने आए हैं और अब तक वहां 64 लोगों की मौत हो चुकी है। इस प्रकार महाराष्ट्र में मृत्युदर 6.22 प्रतिशत बनती है जो देश में सबसे अधिक है।