Edited By vasudha,Updated: 04 Sep, 2019 02:08 PM
अपने बयानों को लेकर अकसर विवादों में रहने वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि भारत एक हिंदू राष्ट्र नहीं है और न ही कभी होगा...
नेशनल डेस्क: अपने बयानों को लेकर अकसर विवादों में रहने वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि भारत एक हिंदू राष्ट्र नहीं है और न ही कभी होगा।
ओवैसी ने भाजपा नेता और असम के मंत्री हिमंता बिस्व सरमा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि भारत को सभी भारतीयों की रक्षा करनी चाहिए, सिर्फ हिंदुओं की नहीं। टू नेशन थ्योरी के उपासक कभी नहीं समझ सकते कि यह देश किसी एक मत से बहुत-बहुत बड़ा है, संविधान कहता है कि भारत हर मत, संप्रदाय और जाती को समानता प्रदान करेगा। यह एक हिंदू राष्ट्र नहीं है और इंशाह अल्लाह कभी होगा भी नही।
दरअसल ओवैसी ने असम में राष्ट्रीय नागरिकता रिजिस्टर को लेकर आरोप लगाया था कि मुस्लिमों को बाहर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। उनके इस आरोप के जवाब में हिमंता ने कहा था कि अगर भारत हिंदुओं को संरक्षण नहीं देगा तो कौन देगा? क्या पाकिस्तान देगा? उन्होंने कहा था कि भारत उन हिंदुओं के लिए सदैव आशियाने की तरह रहेगा जो किसी वजह से यहां से विस्थापित हो गए। इस बात के कोई माएने नहीं है कि कितना विरोध होता है।
ओवैसी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि भारत वो देश है जिसने कई सताए हुए लोगों को अपनाया है, वे सभी रिफ्यूजी हैं नागरिक नहीं हैं। धर्म कभी भी नागरिकता का आधार नहीं बन सकता है। बता दें कि 31 अगस्त को NRC की जो लिस्ट सामने आई है, उसमें 19 लाख लोगों को शामिल नहीं किया गया है। इसी के बाद लिस्ट पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं।