Edited By vasudha,Updated: 14 Apr, 2018 03:03 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को केंद्र की महत्वाकांक्षी ‘आयुष्मान भारत’ योजना देश को समर्पित की। मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो आदिवासी जिले बीजापुर आए हैं। प्रधानमंत्री पहले जगदलपुर पहुंचे फिर वहां से वायुसेना...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को केंद्र की महत्वाकांक्षी ‘आयुष्मान भारत’ योजना देश को समर्पित की। मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो आदिवासी जिले बीजापुर आए हैं। वह पहले जगदलपुर पहुंचे फिर वहां से वायुसेना की कड़ी सुरक्षा के बीच नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर के जांगला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यकर्ता और बच्चों से बातचीत की। वहीं परियोजना के शुभारंभ से पहले पीएम ने एक आदिवासी महिला को अपने हाथों से चप्पल पहनाई।
दरअसल चरण-पादुका योजना के तहत पीएम ने महिला को चप्पलों का जोड़ा दिया। इस योजना के तहत तेंदू पत्ता बीनने वाली आदिवासी महिलाओं को चप्पलें दी जानी हैं जिससे वह जंगलों में आसानी से चल सकें। अपने संबोधन में मोदी के कहा कि 100 से ज्यादा जिलों में स्वतंत्रता के बाद अब तक पिछड़ापन है, इन जिलों की कोई गलती नहीं थी। बाबा साहेब के संविधान में सबके लिए समान अवसर थे फिर ये जिले क्यों पीछे छूट गए। बीजापुर जैसे जिले पर पिछड़ा होने का लेबल लगाया गया। पीएम ने कहा कि अब पिछड़े जिलों में नई सोच, नई आशाओं के साथ बड़े पैमाने पर काम होने जा रहा है।
बता दें कि प्रधानमंत्री संविधान निर्माता डा बी आर आंबेडकर की जयंती के मौके पर राज्य का दौरा कर रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकार का मकसद वर्ष 2022 तक 1.5 लाख स्वास्थ्य और वेलनेस केंद्र खोलना है जहां रक्त चाप, मधुमेह, कैंसर और वृद्धावस्था जनित रोगों समेत कई बीमारियों का इलाज किया जाएगा। इस योजना के तहत सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना ( एनएचपीएस ) की व्यापक रूपरेखा तैयार की है और लाभार्थियों की पहचान करने के मापदंड तय करने का काम चल रहा है।