Edited By Yaspal,Updated: 11 Apr, 2019 06:26 PM
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के घरेलू दौरों पर आने वाले खर्च का ब्योरा नहीं रखता। मुंबई स्थित आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने सूचना के अधिकार के तहत पीएमओ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री परिषद...
मुंबईः प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के घरेलू दौरों पर आने वाले खर्च का ब्योरा नहीं रखता। मुंबई स्थित आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने सूचना के अधिकार के तहत पीएमओ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री परिषद के घरेलू और विदेश दौरों पर मई 2014 के बाद से आए खर्च की प्रकृति और विवरण की जानकारी देने का अनुरोध किया था।
इस आवेदन के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय में अवर सचिव और सीपीआईओ प्रवीण कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री के घरेलू दौरों पर आए खर्च का रिकॉर्ड नहीं रखा जाता क्योंकि यह खर्च किसी एक प्राधिकार के दायरे में नहीं आते। ऐसे दौरे विभिन्न सार्वजनिक संगठनों द्वारा आयोजित किये जाते हैं।
कुमार ने यह भी कहा कि चुनाव प्रचार से जुड़े प्रधानमंत्री के दौरे आधिकारिक नहीं हैं और पीएमओ को इन दौरों का कोई खर्च नहीं उठाना होता है ऐसे में विवरण नहीं दिया जा सकता। प्रधानमंत्री के विदेश दौरों और उन पर हुए खर्च को लेकर पीएमओ ने गलगली को सलाह दी कि वह विवरण प्राप्त करने के लिये प्रधानमंत्री कार्यालय की वेबसाइट देखें।
मंत्री परिषद के सदस्यों की विदेश यात्रा पर आए खर्च की जानकारी के संदर्भ में गलगली के आवेदन को पीएमओ ने मंत्रालयों को भेज दिया। गलगली ने कहा,च्च्पीएमओ की सलाह के बाद, मैंने पीएमओ का पोर्टल देखा, लेकिन प्रधानमंत्री के अनौपचारिक घरेलू दौरों और खर्च के बारे में कोई विवरण नहीं मिला।’’
हाल ही में मोदी ने चुनावी रैलियों को संबोधित करने के लिए महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम और जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों का दौरा किया।