Edited By vasudha,Updated: 20 Oct, 2019 11:10 AM
मौसम की करवट से दिल्ली में हवा बदल गई और प्रदूषण का स्तर भी अत्यंत खराब से नरम हो गया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ से हवा की गति बढ़ी है। इससे प्रदूषण कुछ कम हुआ है और बीती रात हुई हल्की बारिश से भी प्रदूषण में कमी आई...
नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): मौसम की करवट से दिल्ली में हवा बदल गई और प्रदूषण का स्तर भी अत्यंत खराब से नरम हो गया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ से हवा की गति बढ़ी है। इससे प्रदूषण कुछ कम हुआ है और बीती रात हुई हल्की बारिश से भी प्रदूषण में कमी आई, लेकिन सोमवार से प्रदूषण फिर बढऩा शुरू होगा। हवा बहने की दिशा बदलते ही दिल्ली में पराली जलने से हो रहा धुआं तेजी से पहुंचेगा जिससे पराली से 15 प्रतिशत प्रदूषण होगा। हालांकि, शनिवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता का स्तर 161 दर्ज किया गया। पश्चिमी विझोभ का असर दो से तीन रहेगा और इससे दिल्ली के एक भी इलाके में ‘लाल रंग’ (बहुत खराब) नहीं दिखा। जबकि शुक्रवार सुबह प्रदूषण स्तर कुछ इलाकों में 300 से ऊपर दर्ज किया गया था।
शनिवार को सिर्फ द्वारका में ही हवा का स्तर खराब (238) दिखा व सबसे कम आयानगर (104) में रहा। प्रदूषण बोर्ड के वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने के बाद हवा 22 अक्तूबर तक एक बार फिर अत्यंत खराब श्रेणी में पहुंच जाएगी जिससे समस्याएं फिर से बढ़ेंगी। नवम्बर के पहले सप्ताह में भी मौसम के चलते समस्याएं रहेंगी। हवा की गति धीमी रहेगी और दिल्ली की ओर दिशा होने के कारण समस्याएं रहेंगी। पटाखों के चलाने व पराली जलाने से दिक्कतें और बढ़ेंगी।
सफर के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ से हवा की गति बढ़ी है जिससे प्रदूषण कम हुआ और शनिवार के बाद दोबारा बढऩा शुरू होगा। अभी हवा की स्थिति को ठीक करने में बारिश, स्थानीय धूल, सड़कों की धूल, हवा की गति, दिशा, आद्रता, स्थानीय तापमान, पराली जलाने के मामलों के पक्ष में होने से ही दिल्ली एनसीआर वासियों को राहत मिली है। दूसरी ओर आज भी कई इलाकों में जेनरेटर चलाने, आग जलाने, हाथों से सफाई के मामले सामने आए। जबकि दिल्ली-एनसीआर में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित कमेटी एप्का ने डीजल जेनरेटर बंद करने के आदेश पर सख्ती की है। यूपी, हरियाणा की राहत की अर्जी को ठुकराते हुए 22 अक्तूबर तक अमल की बाबत कार्ययोजना देने के लिए कहा है।
प्रदूषण बोर्ड के वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने के बाद हवा 22 अक्तूबर तक एक बार फिर अत्यंत खराब श्रेणी में पहुंच जाएगी जिससे समस्याएं फिर से बढ़ेंगी। नवम्बर के पहले सप्ताह में भी मौसम के चलते समस्याएं रहेंगी। हवा की गति धीमी रहेगी और दिल्ली की ओर दिशा होने के कारण समस्याएं रहेंगी। पटाखों के चलाने व पराली जलाने से दिक्कतें और बढ़ेंगी।
दमघोंटू बयार
19 अक्तूबर-2019
द्वारका 238
आया नगर 104
19 अक्तूबर-2018
द्वारका 336
आया नगर 258
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण
डीटीयू 130
शादीपुर 124
सिरीफोर्ट 196
आरकेपुरम 146
नरेला 141
वजीरपुर 170
बवाना 167
बल्लभगढ़ 202
फरीदाबाद 200
ग्रेटर नोएडा 220
गाजियाबाद 167