Edited By shukdev,Updated: 30 Sep, 2018 08:04 PM
राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता ‘अच्छी’ रहने के कुछ दिन बाद स्थानीय कारकों की वजह से प्रदूषण स्तर फिर से बढ़ गया है। अधिकारियों ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी। केंद्र के वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान एवं रिसर्च प्रणाली (सफर) संस्थान...
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता ‘अच्छी’ रहने के कुछ दिन बाद स्थानीय कारकों की वजह से प्रदूषण स्तर फिर से बढ़ गया है। अधिकारियों ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी। केंद्र के वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान एवं रिसर्च प्रणाली (सफर) संस्थान के मुताबिक बीते मंगलवार की तुलना में चार गुणा अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 159 दर्ज किया गया। एक्यूआई में 0-50 के बीच हवा की गुणवत्ता को अच्छी, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 के बीच बहुत खराब, 401-500 को गंभीर माना गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण का स्तर स्थानीय कारकों, खासकर वाहनों से होने वाले प्रदूषण की वजह से बढ़ा है। अधिकारी ने कहा, ‘मानसून की बारिश खत्म होने के साथ स्थानीय वजहों से शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है।’ सीपीसीबी के आंकड़े के मुताबिक पीएम 10 का स्तर दिल्ली-एनसीआर में 171 और दिल्ली में 167 दर्ज किया गया। यह मध्यम श्रेणी के अंतर्गत है।
सफर के मुताबिक, अगले दो दिनों में प्रदूषण स्तर खासकर पीएम 10 के और बढऩे की आशंका है। पीएम 2.5 स्तर दिल्ली एनसीआर में 81 और दिल्ली में 85 रहा। मानसून की बारिश से पिछले दो महीने में वायु की गुणवत्ता में सुधार हुआ था। जुलाई के बाद से वायु गुणवत्ता संतोषजनक बनी हुई थी और तीन दिन गुणवत्ता ‘अच्छी’ रही थी।