Edited By Anil dev,Updated: 18 Jan, 2020 08:24 AM
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की ब्रेकफास्ट मीटिंग आखिरकार समाप्त हो गई है। जावड़ेकर भाजपा के दिल्ली चुनावों के लिए प्रभारी हैं और पार्टी की दिल्ली इकाई में आंतरिक कलह को रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अमित शाह ने अपने सबसे विश्वासपात्र...
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की ब्रेकफास्ट मीटिंग आखिरकार समाप्त हो गई है। जावड़ेकर भाजपा के दिल्ली चुनावों के लिए प्रभारी हैं और पार्टी की दिल्ली इकाई में आंतरिक कलह को रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अमित शाह ने अपने सबसे विश्वासपात्र व्यक्ति को दिल्ली का प्रभारी बनाया है क्योंकि पार्टी 1998 से लेकर अब तक अर्थात पूरे 22 साल से दिल्ली को नहीं जीत पाई है इसलिए जावड़ेकर ने पार्टी के परस्पर विरोधी गुटों को एक साथ लाने के लिए अपने आवास पर ब्रेकफास्ट मीटिंग का आयोजन किया लेकिन यहां पर केवल स्वादिष्ट भोजन का ही सफाया हुआ, मतभेदों का नहीं।
पार्टी के कोर ग्रुप में केन्द्रीय मंत्री हर्षवद्र्धन, दिल्ली प्रभारी श्याम जाजू, दिल्ली सह-प्रभारी तरुण चुघ, प्रदेश इकाई अध्यक्ष मनोज तिवारी, राज्यसभा सांसद विजय गोयल तथा दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता शामिल हैं। अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भोजपुरी गायक-स्टार मनोज तिवारी हैं। वह चाहते थे कि पार्टी उन्हें दिल्ली में मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर प्रोजैक्ट करे लेकिन यह केवल एक पहलू था। दिल्ली की तिकड़ी-जावड़ेकर, हरदीप पुरी (शहरी मामले व आवास मंत्री) तथा नित्यानंद राय (गृह राज्यमंत्री) ने ब्रेकफास्ट के दौरान ‘आप’ के केजरीवाल को हराने के लिए रणनीति बनाने हेतु गहन चर्चा की। इस दौरान कई रणनीतियों पर भी चर्चा हुई जिनमें 1,797 अनधिकृत कालोनियों को नियमित करने की योजना भी शामिल थी। इस योजना को लागू करने से शहर के लगभग 40 लाख लोगों को फायदा होगा।
आंतरिक सूत्रों का कहना है कि इस तरह की 15 ब्रेकफास्ट बैठकें आयोजित की गईं ताकि नेताओं में एकजुटता कायम हो सके। इन बैठकों में डा. हर्षवद्र्धन ज्यादातर खामोश बैठे रहे क्योंकि वह केन्द्र में रह कर ही खुश हैं। विजय गोयल ने अपनी उपलब्धियां गिनाईं। ज्यादा चर्चा अनधिकृत कालोनियों के मुद्दे पर हुई तथा इस बात पर जोर दिया गया कि पार्टी क्यों न इस बड़े कदम का लाभ उठाए। अब पार्टी अपना पूरा जोर प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों के लिए भीड़ इक्ट्टी करने में लगा रही है जो गणतंत्र दिवस समारोह के बाद शुरू होगी।