Edited By Monika Jamwal,Updated: 16 Apr, 2019 05:00 PM
श्रीनगर के सेंट्रल जेल में बंद कैदियों के परिवारवालों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जेल कैदियों के लिए सुरक्षित नहीं है।
श्रीनगर : श्रीनगर के सेंट्रल जेल में बंद कैदियों के परिवारवालों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जेल कैदियों के लिए सुरक्षित नहीं है। श्रीनगर की प्रेस कॉलोनी में इकट्ठा होने के बाद कैदियों के परिवारवालों ने मांग की कि जेल को ग्वांतानामो में तब्दील नहीं किया जाना चाहिए। बता दें कि हाल ही में श्रीनगर के उच्च सुरक्षा वाले सेंट्रल जेल के अंदर हिंसक झड़पों का अनुभव किया गया। हिंसा के बाद प्रशासन ने पुराने शहर में प्रतिबंध लागू कर दिए थे।
प्रदर्शनकारियों ने मांग करते हुए कहा कि हिंसा के बाद कैदियों के खिलाफ एफ.आई.आर. को वापस लिया जाना चाहिए। संबंधित जेल अधीक्षक को ट्रांस्फर किया जाना चाहिए और गत 5 अप्रैल की घटना के संबंध में सभी जेल कैदियों के खिलाफ दर्ज एफ.आई.आर. दर्ज को वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कैदियों को राज्य के बाहर शिफ्ट नहीं किए जाने की भी मांग की।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और पी.डी.पी. प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने दावा किया कि भारत सरकार कश्मीर में जेलों को कुख्यात ग्वांतानामो बे हिरासत केन्द्र में बदलना चाहती है। महबूबा ने ट्वीट करते हुए कहा कि कैदी मौलिक मानवाधिकारों के हकदार है और विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए कू्रर बल का उपयोग करना एक स्पष्ट उल्लंघन है। उल्लेखनीय है कि कैदियों ने पवित्र कुरान के कथित अपमान के बाद विरोध किया।