Edited By ,Updated: 02 Dec, 2016 07:00 PM
सीमा पर भारतीय सैनिकों की शहादत को लेकर केंद्र पर प्रहार करते हुए महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने आज सवाल किया...
मुम्बई : सीमा पर भारतीय सैनिकों की शहादत को लेकर केंद्र पर प्रहार करते हुए महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने आज सवाल किया कि 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद एेसे हमलों में तेजी क्यों आ गई। शिवसेना ने कहा कि 500 और 1000 रुपए के नोटों का चलन बंद करते हुए सरकार ने कहा था कि इस कदम से आतंकवादियों की कमर टूट जाएगी क्योंकि वे आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए बड़े नोटों पर काफी निर्भर रहते हैं। यदि यह सच है तो आतंकवादी हमले क्यों बढ़ गए हैं।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का बयान 'उनके मंत्रालय को पाकिस्तान से इस बात का फोन आया कि भारत गोलीबारी बंद कर दे', पर शिवसेना ने निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री ने यह बताना चाहा कि पड़ोसी देश झुक गया है तथा उसकी तरफ से अब और आतंकवादी खतरा नहीं होगा लेकिन पर्रिकर अपना बयान पूरा करते उससे पहले ही पाकिस्तान ने भारतीय शिविरों पर हमला कर दिया और पूरी शांति भंग हो गई।
शिवसेना ने कहा कि हम अपनी सेना को हो रही क्षति को कैसे रोकें। पहले, पठानकोट फिर उरी और अब नगरोटा। आतंकवादी खल्लमखुल्ला हमारे सैनिकों का खून बहा रहे हैं।