Edited By Murari Sharan,Updated: 20 Jun, 2020 12:00 PM
केंद्र सरकार ने दिल्ली में होम आइसोलेशन पर रोक लगाने का फैसला किया। ऐसे में मेरी विधानसभा के लोग अब कोरोना जांच कराने से डर रहे हैं, ये बात कही आम आदमी पार्टि के विधायक राघव चड्ढा ने...
नई दिल्ली/डेस्क। केंद्र सरकार ने दिल्ली में होम आइसोलेशन पर रोक लगाने का फैसला किया। इस आदेश के बाद से दिल्ली के लोगों में डर बैठ गया है। ये बाद आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा ने कही है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार के इस फैसले से मेरी विधानसभा के लोग अब कोरोना की जांच कराने से डर रहे हैं, क्योंकि अगर वो संक्रमित हैं, लेकिन उनमें लक्षण नहीं दिख रहा है और उनकी हालत सामान्य है तो भी उन्हें 5 दिन क्वारंटाइन सेंटर में रहना होगा।
राघव चड्ढा का कहना है कि हमें पहले से ही 30 जून तक 15 हजार बेड्स की व्यवस्था करनी है, केंद्र के इस फैसले के बाद अब हमें 90 हजार बेड्स की जरूरत होगी। हम कहां से लाएंगे ये 90 हजार बेड्स?
शुक्रवार को केंद्र सरकार के इस आदेश के बाद दिल्ली सरकार ने भी इस फैसले पर केंद्र से एक बार फिर विचार करने को कहा है। दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि दिल्ली सरकार की पूरी मैन पावर पहले से ही लगी हुई है। अब हजारों एसिम्प्टोमेटिक लोगों के लिए क्वारंटाइन केंद्रों के रूप में घर बनाने की आवश्यकता होगी।
दिल्ली सरकार ने केंद्र से पूछे ये सवाल
फिलहाल हजारों मरीजों का इलाज घर पर किया जा रहा है। इस आदेश के बाद तुरंत क्वारंटाइन सेंटरों में हजारों बेड की आवश्यकता होगी। कहा गया है कि आईसीएमआर के आदेश अभी भी शेष भारत पर लागू हैं। फिर दिल्ली के लिए अलग मापदंड क्यों है? पहले से ही गंभीर रोगियों के इलाज के लिए डॉक्टर और नर्सों की भारी कमी है। इन क्वारंटाइन केंद्रों की देखभाल के लिए मेडिकल स्टाफ कहां से आएगा?
होम आइसोलेशन कार्यक्रम सबसे सफल
दिल्ली सरकार ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली सरकार का होम आइसोलेशन कार्यक्रम सबसे सफल कदमों में से एक रहा है। हमने प्रतिदिन निगरानी और परामर्श के माध्यम से अब तक घर पर हजारों हल्के और एसिंप्टोमेटिक लोगों का इलाज किया है। केंद्र सरकार के आईसीएमआर के दिशा निर्देशों के अनुसार होम आइसोलेशन प्रोटोकोल का सख्ती से पालन किया जा रहा है।