Edited By Parveen Kumar,Updated: 28 Mar, 2024 12:25 AM
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेरोजगारी पर ताजा आंकड़े को लेकर मोदी सरकार को घेरते हुए आज कहा कि बेरोजगारी और बेबसी इस सरकार की मजबूरी है और इन समस्याओं को लेकर उसके पास कोई समाधान नहीं है।
नेशनल डेस्क : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेरोजगारी पर ताजा आंकड़े को लेकर मोदी सरकार को घेरते हुए आज कहा कि बेरोजगारी और बेबसी इस सरकार की मजबूरी है और इन समस्याओं को लेकर उसके पास कोई समाधान नहीं है। गांधी ने बुधवार को यहां जारी बयान में कहा कहा कि मोदी सरकार के पास बेरोजगारी की समस्या के समाधान को लेकर उसकी ना कोई नीति है और ना कोई योजना है। उनका कहना था मोदी सरकार ने उनके एक सवाल के जवाब में कहा है कि समस्या के समाधान को लेकर उसकी कोई योजना नहीं है।
गांधी ने कहा ‘‘कल ही मैंने पूछा था कि ‘क्या नरेंद्र मोदी के पास रोज़गार के लिए कोई योजना थी भी। आज ही सरकार का जवाब आया - नहीं। इंडिया एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट 2024 न सिर्फ रोज़गार पर मोदी सरकार की भीषण नाकामी का दस्तावेज है बल्कि कांग्रेस की रोज़गार नीति पर मुहर भी है।'' उन्होंने कहा ‘‘रिपोर्ट के मुताबिक भारत के कुल बेरोज़गारों में 83 प्रतिशत युवा हैं या तो उनके पास नौकरी है ही नहीं या वह बहुत ही कम मेहनताने पर बुरी दशा में काम करने को मजबूर हैं।
रिपोर्ट कहती है 65 प्रतिशत पढ़े लिखे युवा बेरोज़गार हैं - हमारी गारंटी है हम 30 लाख सरकारी पदों को भरेंगे। रिपोर्ट कहती है स्किल गैप है - हम ‘पहली नौकरी पक्की' से फ्रेशर्स को स्किल्ड वकर् फोर्स बनाएंगे।'' गांधी ने कहा ‘‘रिपोर्ट कहती है नए रोज़गारों का सृजन करना होगा - हमारी ‘युवा रोशनी' की गारंटी स्टाटर्-अप्स के लिए 5000 करोड़ रुपये की मदद लेकर आ रही है।
रिपोर्ट कहती है श्रमिकों के पास सामाजिक सुरक्षा और सुरक्षित रोज़गार नहीं है - हम श्रमिक न्याय के तहत उनका जीवन बदलने जा रहे हैं। कांग्रेस की नीतियां ही ‘रोज़गार की गारंटी' हैं यह सरकार की रिपोर्ट से भी साबित हो गया है। भाजपा का मतलब - बेरोज़गारी और बेबसी, कांग्रेस का मतलब - रोज़गार क्रांति। फर्क साफ है।''