Edited By shukdev,Updated: 10 Aug, 2018 08:57 PM
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से पीछे हटने का लगभग साफ संकेत देते हुए कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य मोदी एवं भाजपा को सत्ता में आने से रोकने का है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को वरिष्ठ...
रायपुर : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से पीछे हटने का लगभग साफ संकेत देते हुए कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य मोदी एवं भाजपा को सत्ता में आने से रोकने का है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को वरिष्ठ पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बारे में नंबर आने पर चुनाव के बाद बात हो जाएगी। इसका खास मायने नही है और न ही इसको लेकर कोई समस्या है।
उन्होने यह भी विश्वास जताया कि भाजपा को अगर 200 से कम सीटे हासिल हुई तो मोदी को उनके सहयोगी दल ही प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार नही करेंगे। उन्होने कहा कि भाजपा के विजय रथ को वह गठबन्धनों के बूते पर रोकने में सफल रहेंगे।
उन्होने कहा कि उत्तरप्रदेश एवं बिहार में बनने वाले गठबंधनों से मोदी को करारा झटका मिलने वाला है। उन्होने कहा कि उत्तरप्रदेश में बसपा सपा के गठबंधन में कांग्रेस भी शामिल होगी,इसके लिए बातचीत चल रही है।अगर तीनो दल मिलकर चुनाव लड़े तो मोदी को पांच सीटे भी उत्तरप्रदेश में नही मिल पाएंगी।
पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य की 80 सीटों में से भाजपा एवं उसके सहयोगी दल ने 73 सीटे जीती थी। कांग्रेस को केवल दो सीटे रायबरेली एवं अमेठी मिली थी। रायबरेली से सोनिया गांधी तो काफी अच्छे अन्तर से विजयी हुई थी लेकिन राहुल को काफी जबर्दस्त चुनौती का अमेठी में सामना करना पड़ा था। उत्तरप्रदेश में गठबंधन में कांग्रेस को कितनी सीटे मिलेगी इस बारे में उन्होने कुछ नही कहा। गांधी ने बिहार का जिक्र किया और कहा कि वहां भी राजद,कांग्रेस एवं अन्य दलों के गठबंधन द्वारा मोदी को करारी चुनौती मिलने वाली है। उन्होने कहा कि इन्ही दो राज्यों में मिलने वाली शिकस्त से मोदी का रास्ता रुक जाएगा।