Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Aug, 2019 09:33 AM
कांग्रेस नेता एवं केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वायनाड जिले के लोगों के जीवन और जीविका की रक्षा के लिए दीर्घकालिक रणनीति विकसित करने की अपील की।
नई दिल्लीः कांग्रेस नेता एवं केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वायनाड जिले के लोगों के जीवन और जीविका की रक्षा के लिए दीर्घकालिक रणनीति विकसित करने की अपील की। राहुल ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में वायनाड जिले में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार से मदद की मांग की। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार का ध्यान कृषि क्षेत्र की समस्याओं की ओर खींचा, जिसके कारण राज्य में कई किसान आत्महत्या कर चुके हैं।
उन्होंने मोदी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं दो समस्याओं को उजागर करना चाहूंगा, पहला जो वायनाड के लोगों के जीवन और जीविका को प्रभावित करती है और दूसरा कार्बन विविधता के योगदान के साथ जैव विविधता के लिए वैश्विक हॉटस्पॉट कृषि समस्या की ओर। उन्होंने कहा कि वायनाड में कृषि और धान की खेती लोगों की जीविका का मुख्य आधार है। कृषि क्षेत्र में संकट के कारण पिछले दो दशकों में बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की है। जंगलों का विनाश तथा नदियों और नालों से जल का निकासी समुचित प्रबंध नहीं होने के कारण केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में कृषि क्षेत्र तथा लोगों को संकट का सामना करना पड़ रहा है।
पश्चिमी घाटों में खनन जारी है। इसके कारण वनों तथा उसके आस-पास के क्षेत्रों में जानवरों तथा मानवों के बीच संघर्ष बढ़ रहा है। राहुल इससे पहले मंगलवार को केरल के मलप्पुरम जिले में नीलांबुर के कोटक्कल, मंम्बाद और एदवान्नपारा के राहत शिवरों में तथा कवलप्पारा के भूस्खलन स्थल पर गये। साथ ही उन्होंने बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित वायनाड जिले के पुथुमाला और मलप्पुरम जिले में नीलांबुर के नजदीक कवलप्परा सहित कई क्षेत्रों का दौरा किया था।