Edited By Anil dev,Updated: 02 Oct, 2018 01:54 PM
नवम्बर-दिसम्बर में राजस्थान में होने वाले विधानसभा के आम चुनावों में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीदों के बीच पार्टी के कई पूर्व सांसद भी विधायक की टिकट लेने की कतार में शामिल हो गए हैं। लोकसभा चुनाव लडऩे वाले कुछ कांग्रेसी नेता अब टिकट लेने के...
नेशनल डेस्क,(धवन): नवम्बर-दिसम्बर में राजस्थान में होने वाले विधानसभा के आम चुनावों में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीदों के बीच पार्टी के कई पूर्व सांसद भी विधायक की टिकट लेने की कतार में शामिल हो गए हैं। लोकसभा चुनाव लडऩे वाले कुछ कांग्रेसी नेता अब टिकट लेने के चाहवान बन गए हैं। ऐसे 2 कांग्रेसी नेताओं के नाम सामने आए हैं। राजस्थान में अब तक हुए चुनाव पूर्व सभी सर्वे में कांग्रेस की जीत की बातें सामने आई हैं इसलिए कांग्रेस टिकट के चाहवानों की गिनती लगातार बढ़ती जा रही है।
इस बार पार्टी ने नहीं किया सीएम पद के दावेदार का भी ऐलान
2014 में हुए लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई थी। उसके बाद लोकसभा सीटों के उपचुनाव में कर्ण सिंह यादव ने अलवर तथा रघु शर्मा ने अजमेर लोकसभा सीट जीत ली थी। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि इस बार पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के दावेदार का भी ऐलान नहीं किया है इसलिए कांग्रेस के सभी धड़े जोर आजमाइश में लगे हुए हैं। 2014 में लोकसभा चुनाव में पराजित होने वाले पार्टी के दिग्गज नेताओं में सचिन पायलट, जतिन्द्र सिंह, सी.पी. जोशी, गिरजा व्यास, महेश जोशी व अन्य शामिल थे। इनमें से कई अब विधानसभा चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं।
गहलोत व पायलट दोनों पार्टी के लिए एकजुट होकर कर रहे हैं कार्य
2008 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सी.पी. जोशी भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे परन्तु वह चुनाव हार गए थे। सर्वसम्मति अशोक गहलोत के नाम पर बनी थी। इस समय अशोक गहलोत व सचिन पायलट दोनों पार्टी के लिए एकजुट होकर कार्य कर रहे हैं। अशोक गहलोत लगातार राजस्थान का दौरा कर रहे हैं तथा उनके द्वारा पिछले समय में की गई रैलियों में कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं व जनता का भारी जमघट देखने को मिला है। गहलोत के पास इस समय कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पद की जिम्मेदारी है। राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस की बागडोर सचिन पायलट के हाथों में है।