Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jun, 2018 11:24 PM
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने पंजायत चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद पश्चिम बंगाल में दलित युवकों की मौत के मामलों पर राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब ...
नई दिल्ली: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने पंजायत चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद पश्चिम बंगाल में दलित युवकों की मौत के मामलों पर राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है।
पिछले महीने पुरुलिया जिले में 18 साल के एक दलित नौजवान का शव उसके घर के पास के एक पेड़ से लटकता पाया गया था। भाजपा इस नौजवान को अपना सदस्य बता रही है। इस घटना पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने राज्य में ‘कम्यूनिस्ट शासन की ङ्क्षहसक विरासत को भी पीछे छोड़ दिया है।’
इस घटना के कुछ ही दिनों बाद पुरुलिया जिले में 35 साल के एक अन्य शख्स का शव एक टॉवर से लटका पाया गया। इस घटना पर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। भाजपा ने इस युवक को भी अपना सदस्य बताया है। राज्य सरकार को भेजे गए एक नोट में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने इस मौतों पर चिंता जाहिर की। पश्चिम बंगाल सरकार ने बीते शनिवार को इन मौतों की सीआईडी जांच के आदेश दिए।