Edited By Ravi Pratap Singh,Updated: 19 Jul, 2019 06:02 PM
मुनाफा कमाने की भूख किस कदर इंसान को दो पैरो का जानवर बनाने पर तुली है। इसकी झलक केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रामेश्वर तेली के राज्यसभा में शुक्रवार को दिए खाद्य पदार्थ से जुड़े आंकड़े ने दे दी है।
नई दिल्लीः मुनाफा कमाने की भूख किस कदर इंसान को दो पैरो का जानवर बनाने पर तुली है। इसकी झलक केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रामेश्वर तेली के राज्यसभा में शुक्रवार को दिए खाद्य पदार्थ से जुड़ी रिपोर्ट पेश की।
रामेश्वर तेली ने राज्य सभा को जानकारी देते हुए बताया कि देश भर में 2018-19 में खाद्य पदार्थ के 94,288 नमूने इकठ्ठे किए गए। इनमें से 26,077 नमूने जांच में मिलावटी पाए गए। दोषियों पर कार्रवाई करते हुए सरकार ने 20125 लोगों पर मुकदमें दर्ज किए जिनमें से 475 को सजा हो चुकी है और बाकियों के खिलाफ केस जारी है। साथ ही सरकार ने जुर्माने से करीब 32 करोड़ रुपये वसूल किए।
सबसे अधिक नमूने उत्तर प्रदेश, पंजाब और गुजरात से लिए गए। इन नमूनों की संख्या क्रमशः 22583, 11920 और 9884 रही जबकि दादर और नागर हवेली से केवल 57 नमूने लिए। तेली ने आगे कहा कि समय-समय पर राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा आयुक्त नमूने लेते रहते हैं और जरूरत अनुसार खाद्य सुरक्षा और मानक (एफएसएस) अधिनियम, 2006 के तहत कार्रवाई करते हैं।