सुप्रीम कोर्ट ने फिर से उठाया बाबा रामदेव पर सवाल कहा- 'क्या माफीनामे का आकार विज्ञापन जितना बड़ा होता है'

Edited By Radhika,Updated: 23 Apr, 2024 01:41 PM

sc again raised questions is the size of apology as big as advertisement

सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर से बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण पर पतंजलि द्वारा समाचार पत्रों में छपवाए गए विज्ञापनों पर सवाल उठाए हैं। कोर्ट ने योग गुरु से पूछा कि क्या उन्होंने प्रमुख समाचार पत्रों में जो माफीनामा प्रकाशित किया था।

नेशनल डेस्क : सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर से बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण पर पतंजलि द्वारा समाचार पत्रों में छपवाए गए विज्ञापनों पर सवाल उठाए हैं। कोर्ट ने योग गुरु से पूछा कि क्या उन्होंने प्रमुख समाचार पत्रों में जो माफीनामा प्रकाशित किया था, वह भ्रामक विज्ञापनों के समान था। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान रामदेव से सवाल किया तो पतंजलि की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि उन्होंने 67 अखबारों में सार्वजनिक माफीनामा प्रकाशित किया है।

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न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की पीठ ने नाराज़गी  जताते हुए पूछा कि क्या यह उसी फॉन्ट में और साइज़ में प्रकाशित किया गया है, जिसमें आप हमेशा ऐड देते हैं। इस पर अधिवक्ता ने कहा कि नहीं महोदया... इसकी कीमत बहुत ज्यादा है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने विज्ञापन नहीं माफीनामा छपवाया है। 

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सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश होने से कुछ घंटे पहले, पतंजलि ने अखबारों में सार्वजनिक माफीनामा प्रकाशित किया। "पतंजलि आयुर्वेद माननीय सर्वोच्च न्यायालय की गरिमा का पूरा सम्मान करता है। हमारे अधिवक्ताओं द्वारा शीर्ष अदालत में बयान देने के बाद भी विज्ञापन प्रकाशित करने और प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की गलती के लिए हम ईमानदारी से माफी मांगते हैं। हम ऐसी गलती नहीं होने देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" भविष्य में भी दोहराया जाएगा। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि हम संविधान और माननीय सर्वोच्च न्यायालय की गरिमा को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।"


 

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