Edited By Rohini Oberoi,Updated: 08 Aug, 2025 01:04 PM

गुजरात के बनासकांठा में 18 साल की चंद्रिका चौधरी की मौत ने पूरे राज्य को हिला दिया है। जिसे पहले एक रहस्यमय मौत माना जा रहा था वह अब एक खौफनाक ऑनर किलिंग का मामला निकला है। चंद्रिका की हत्या का आरोप उसके अपने पिता और चाचा पर लगा है।
नेशनल डेस्क। गुजरात के बनासकांठा में 18 साल की चंद्रिका चौधरी की मौत ने पूरे राज्य को हिला दिया है। जिसे पहले एक रहस्यमय मौत माना जा रहा था वह अब एक खौफनाक ऑनर किलिंग का मामला निकला है। चंद्रिका की हत्या का आरोप उसके अपने पिता और चाचा पर लगा है।
क्या है पूरा मामला?
रिपोर्ट के अनुसार MBBS की तैयारी कर रही चंद्रिका अपने दोस्त हरीश चौधरी के साथ लिव-इन में रहना चाहती थी लेकिन उसके परिवार को यह मंज़ूर नहीं था। गुजरात हाई कोर्ट में हरीश द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई होने से दो दिन पहले ही चंद्रिका को मृत घोषित कर दिया गया था।
थराद पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR के मुताबिक 24 जून की शाम को चंद्रिका के चाचा शिवराम चौधरी ने पिता सेंधा चौधरी के कहने पर उसे दूध में बेहोशी की गोलियां मिलाकर दीं। जब वह बेहोश हो गई तो दोनों ने मिलकर उसका गला दुपट्टे से घोंट दिया।
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दोस्त ने खोला राज
परिवार ने इस घटना को दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत बताकर जल्दी से उसका अंतिम संस्कार कर दिया था लेकिन चंद्रिका के दोस्त हरीश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद जांच शुरू हुई। पुलिस की पूछताछ में चाचा शिवराम चौधरी ने कबूल किया कि उन्होंने चंद्रिका की हत्या इसलिए की क्योंकि वह अपनी पसंद की जिंदगी जीकर परिवार की इज्जत खराब कर रही थी।
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जांच में पता चला कि चंद्रिका ने NEET 2025 में 490 अंक हासिल किए थे और वह डॉक्टर बनना चाहती थी। वह फरवरी में हरीश से मिली थी जिसके बाद दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई थी।
पुलिस ने शिवराम चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि चंद्रिका का पिता अभी फरार है। पुलिस के मुताबिक चंद्रिका की मां को भी यही बताया गया था कि उनकी बेटी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।