Edited By Monika Jamwal,Updated: 01 Dec, 2021 06:31 PM
लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी) के अध्यक्ष ताशी ग्यालसन ने बुधवार को कहा कि लद्दाख के हेनले गांव में ''डार्क स्काई रिजर्व'' परियोजना को अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करते हुए इस क्षेत्र को खगोल-पर्यटन गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के...
लेह : लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी) के अध्यक्ष ताशी ग्यालसन ने बुधवार को कहा कि लद्दाख के हेनले गांव में 'डार्क स्काई रिजर्व' परियोजना को अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करते हुए इस क्षेत्र को खगोल-पर्यटन गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए काम करना चाहिए।
'डार्क स्काई रिजर्व' की स्थापना की योजना की समीक्षा के लिए एक बैठक में ग्यालसन ने परियोजना में गहरी दिलचस्पी लेने के लिए उपराज्यपाल आर के माथुर के नेतृत्व वाले प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
स्थानीय समुदाय सहित सभी हितधारकों के परामर्श से 'डार्क स्काई रिजर्वज् के लिए एक व्यापक योजना तैयार करने की आवश्यकता पर बल देते हुए ग्यालसन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से इसका काम होना चाहिए। हेनले में भारतीय खगोलीय वेधशाला में प्रभारी इंजीनियर और अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ के मानद सदस्य दोर्जे अंगचुक ने खगोल-पर्यटन, प्रकाश प्रबंधन, ऊर्जा दक्षता और क्षेत्र की स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने पर अपने विचार साझा किए।
'डार्क स्काई रिजर्व' में प्रकाश की प्राकृतिक व्यवस्था होती है। यहां रात के समय स्वाभाविक तौर पर अंधेरा होता है और सितारों की प्राकृतिक रोशनी होती है। इससे खगोलीय गणना के क्षेत्र में मदद मिलती है।