Edited By shukdev,Updated: 16 Jul, 2018 05:29 PM
आंध्रप्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से निकल जाने वाली तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने संसद के मानसून सत्र में नरेंद्र मोदी सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का...
हैदराबाद : आंध्रप्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से निकल जाने वाली तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने संसद के मानसून सत्र में नरेंद्र मोदी सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का समर्थन मांगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद वाई एस चौधरी की अगुवाई में तेदेपा का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को टीआरएस सांसद के केशव राव और ए पी जितेंद्र रेड्डी से मिला।
जितेंद्र रेड्डी ने बताया कि तेदेपा ने संसद में आंध्रप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम पर बहस के लिए स्थगन प्रस्ताव तथा (मोदी सरकार के विरुद्ध) उसके अविश्वास प्रस्ताव के लिए टीआरएस का समर्थन मांगा। उन्होंने कहा , ‘उसने (तेदेपा ने) कहा कि वह स्थगन प्रस्ताव लाएगी।
राज्य पुनर्गठन अधिनियम (पर बहस) के लिए स्थगन प्रस्ताव। यदि राज्य पुनर्गठन (पर बहस) की इजाजत दी जाती है तो हमने कहा कि हम उसका समर्थन करेंगे। क्योंकि हमारे मुद्दे भी पुनर्गठन अधिनियम में लंबित हैं। ’ रेड्डी के अनुसार टीआरएस सांसदों ने तेदेपा प्रतिनिधिमंडल से कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर कोई भी फैसला पार्टी अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्मयंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ विचार विमर्श के बाद ही किया जाएगा। 18 जुलाई से संसद का मानसून सत्र है।