Edited By Anil dev,Updated: 02 Oct, 2018 04:26 PM
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवादियों को धन मुहैया कराने संबंधी आरोपों के मामले में जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के मशहूूर कारोबारी अौर अलगाववादी समर्थक एजाज अहमद हकाक के घर पर छापेमारी की है। आधिकारिक सूत्रों ने यूूूनीवार्ता को बताया कि पुराने...
श्रीनगर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवादियों को धन मुहैया कराने संबंधी आरोपों के मामले में जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के मशहूूर कारोबारी अौर अलगाववादी समर्थक एजाज अहमद हकाक के घर पर छापेमारी की है। आधिकारिक सूत्रों ने यूूूनीवार्ता को बताया कि पुराने श्रीनगर के नौहत्था क्षेत्र को तड़केे सुरक्षा बलों तथा राज्य पुलिस ने घेर लिया था और इसके बाद एनआईए की एक टीम ने हकाक के घर पर छापामार कार्रवाई की। हकाक का नाम उन लोगों की सूची में शामिल हो गया है जिन पर आतंकवादी वारदातों को बढ़ावा देेने के लिए अलगाववादियों तथा अन्य संगठनों को धन देने के आरोप हैं। इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं कि अलगाववादी हवाला और अन्य स्रोतों से धन प्राप्त कर इसका इस्तेमाल आतंकवादी तथा पत्थरबाजी की घटनाओं के लिए कर रहे हैं।
इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों के प्रवक्ता एयाज अकबर तथा एडवोकेट शाहिदुल इस्लाम, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर स्थित यूनाइटेड जेहाद कौंसिल के प्रमुुख मोहम्मद युसूफ शाह उर्फ सैयद सलाहुुद्दीन के दो बेटे भी शामिल हैं। इस बीच दिल्ली उच्च न्यायालय ने लश्कर ए तैयबा प्रमुुख और मुंबई पर 26/11 को आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को कथित तौर पर धन मुहैया कराने के मामले में गिरफ्तार कश्मीरी व्यापारी जहूर वटाली की 18 सितंबर को जमानत मंजूर कर ली। इस तरह के मामलों में जमानत किये जाने वालों में वटाली का तीसरा नाम है । इससे पहले फोटो पत्रकार कामरान युसूफ और एक युवक जावेद अहमद भट्ट ( कुलगाम निवासी) को भी इस वर्ष के शुरू में न्यायालय से जमानत मंजूर हो गई थी।
गौरतलब है कि वरिष्ठ अलगाववादी नेता और नेशनल फ्रंट के प्रमुुख नईम अहमद खान ने एक स्टिंग आपरेशन में स्वीकार किया था कि अलगाववादियों को पाकिस्तान, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और विश्व के अन्य देशों से धन मिल रहा है। इसके बाद एनआईए ने मामले की जांच शुरू की थी और बाद में हुर्रियत से खान को निलंबित कर दिया गया था।