Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Dec, 2017 05:22 PM
मुंबई के एक स्कूल में छात्राओं के हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के फैसले से बवाल खड़ा हो गया। बच्चों के माता-पिता ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए स्कूल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। वहीं स्कूल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुरक्षा के लिहाज से...
नेशनल डेस्क: मुंबई के एक स्कूल में छात्राओं के हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के फैसले से बवाल खड़ा हो गया। बच्चों के माता-पिता ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए स्कूल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। वहीं स्कूल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुरक्षा के लिहाज से ऐसा निर्णय लिया है। इसी महीने सिंबायोसिस स्कूल प्रशासन ने एक सूचना जारी कर स्टूडेंट्स, उनके माता-पिता और परिवार के सदस्यों को स्कूल में प्रवेश करते समय अपने चेहरे को हिजाब से ना ढकने का निर्देश दिया था। जिसमें कहा गया था कि स्कूल से जाते समय भी स्टूडेंट्स अपने चेहरे हिजाब से नहीं ढक सकते हैं।
स्कूल के ट्रस्टी क मलराज देव ने कहा कि यह कदम सुरक्षा कारणों की वजह से काफी जरूरी था। कुछ बच्चे पूरी तरह से अपना चेहरा ढककर जाते हैं। जब उनके माता-पिता आते हैं तो सुरक्षाकर्मियों को इस बात का पता नहीं चलता है कि उनके बच्चे कहां है। उन्होंने बताया कि हाल ही में जब दो महिलाएं अपनी लड़कियों को स्कूल से जल्दी लेने के लिए आई तो उनके चहरे पूरी तरह से ढके थे। जब क्लास टीचर को इसकी जानकारी दी तो वह दोनों महिलाएं लड़कियों के साथ जा चुकी थी। उन्होंने कहा कि ऐसे में लड़कियों को कोई भी अगवा कर सकता है।
स्कूल के इस सर्कुलर के खिलाफ कई अभिभावकों ने आपत्ति जताई है, उनका कहना है कि स्कूल हमारी धार्मिक रिवाज में हस्तक्षेप कर रहा है, जबकि कुछ अभिभावकों ने स्कूल के इस फैसले का स्वागत किया है। कमलराज देव ने कहा कि हम किसी की धार्मिक भावना को आहत नहीं करना चाहते हैं लेकिन कैमरे के सामने परिजनों को चेहरा दिखाना होगा ताकि वह रिकॉर्ड हो सके, यह पूरी तरह से बच्चों की सुरक्षा के लिए है।