Edited By Yaspal,Updated: 01 Nov, 2023 10:21 PM
चलन से वापस लिए गए 2,000 रुपये मूल्य के 97 प्रतिशत से ज्यादा नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आ चुके हैं और अब सिर्फ 10,000 करोड़ रुपये मूल्य के नोट ही लोगों के पास रह गए हैं।
नेशनल डेस्कः चलन से वापस लिए गए 2,000 रुपये मूल्य वर्ग के 97 प्रतिशत से ज्यादा नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आ चुके हैं और अब सिर्फ 10,000 करोड़ रुपये मूल्य के नोट ही लोगों के पास रह गए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को यह जानकारी दी। रिजर्व बैंक ने इस साल 19 मई को 2,000 रुपये मूल्य के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। इन नोटों को बैंकों में जमा करने के साथ अन्य मूल्य वर्ग के नोटों से बदलने की सुविधा लोगों को दी गई थी।
रिजर्व बैंक ने एक नोटिफिकेशन में कहा, “चलन में मौजूद 2,000 रुपये मूल्य के नोटों का कुल मूल्य 19 मई, 2023 को कारोबार की समाप्ति पर 3.56 लाख करोड़ रुपये था। अब यह घटकर 31 अक्टूबर, 2023 को 10,000 करोड़ रुपये रह गया है।” आरबीआई के मुताबिक, इस तरह 19 मई, 2023 तक चलन में मौजूद 2,000 रुपये मूल्य के कुल नोट में से 97 प्रतिशत से अधिक नोट अब वापस आ चुके हैं।
केंद्रीय बैंक ने कहा, “जनता से अनुरोध है कि वे भारतीय डाक के डाकघरों के माध्यम से 2,000 रुपये के बैंक नोट भेजने की सुविधा का लाभ उठाएं। इससे उन्हें 2,000 रुपये के बैंक नोटों को जमा/विनिमय करने के लिए आरबीआई कार्यालयों तक जाने की जरूरत नहीं होगी।” ऐसे नोट रखने वाली जनता और संस्थाओं को शुरू में 30 सितंबर तक इन्हें बदलने या बैंक खातों में जमा करने के लिए कहा गया था। बाद में यह समयसीमा सात अक्टूबर तक बढ़ा दी गई थी। बैंक शाखाओं में जमा और विनिमय दोनों सेवाएं सात अक्टूबर को बंद कर दी गई थीं।
आठ अक्टूबर से व्यक्तियों को आरबीआई के 19 कार्यालयों में मुद्रा का आदान-प्रदान करने या उनके बैंक खातों में समतुल्य राशि जमा करने का विकल्प प्रदान किया गया है। हालांकि, अब बैंकों में इन नोटों को नहीं जमा किया जा सकता है लेकिन रिजर्व बैंक के 19 कार्यालयों में 2,000 रुपये के नोट जमा या बदले जा सकते हैं। इस बीच, 2,000 रुपये के नोटों को बदलने या जमा करने के लिए आरबीआई कार्यालयों में कामकाजी घंटों के दौरान लंबी कतारें देखी जा रही हैं।