Edited By Yaspal,Updated: 06 Mar, 2021 08:47 PM
पश्चिम बंगाल के दक्षिण मिदनापुर जिले में आने वाली डेबरा विधानसभा पर दो पूर्व पुलिस अफसरों की लड़ाई देखने को मिलेगी। एक ओर तृणमूल कांग्रेस ने हुमांयू कबीर को टिकट दिया है तो दूसरी तरफ भाजपा ने भारती घोष को मैदान में उतारा है। पूर्व आईपीएस अधिकारी ने...
नेशनल डेस्कः पश्चिम बंगाल के दक्षिण मिदनापुर जिले में आने वाली डेबरा विधानसभा पर दो पूर्व पुलिस अफसरों की लड़ाई देखने को मिलेगी। एक ओर तृणमूल कांग्रेस ने हुमांयू कबीर को टिकट दिया है तो दूसरी तरफ भाजपा ने भारती घोष को मैदान में उतारा है। पूर्व आईपीएस अधिकारी ने पिछले महीने चंदननगर में पुलिस कमिश्नर के पद से इस्तीफा देकर ममता बनर्जी की मौजूदगी में टीएमसी ज्वॉइन की। ममता बनर्जी ने उन्हें डेबरा विधासभा सीट से उम्मीदवार बनाया है जो कि कोलकाता से 103 किमी दूर है।
हुंमायूं कबीर ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की, जिसमें कुछ कथित भाजपा कार्यकर्ताओं ने चंदनपुर रैली में ‘गोली मारो...को’ का नारा लगाया था। इस रैली का नेतृत्व भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी कर रहे थे, जो टीएमसी छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे।
भाजपा उम्मीदवार और हुमायूं कबीर को टक्कर देने वाली भारती घोष भी एक पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। उन्हें भाजपा ने दोबारा प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट दिया गया था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। भारती घोष पहले झाड़ग्राम की पुलिस कमिश्ननर रह चुकी हैं और ममता बनर्जी की करीबी मानी जाती थीं। एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मां का दर्जा दिया था।
लेकिन बाद में ममता और घोष के बीच रिश्तों में खटास आ गई और रिटायरमेंट ले लिया। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले भारती घोष बीजेपी में शामिल हो गईं। भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव में भी उतारा था। गौरतलब है कि भाजपा ने पहले और दूसरे चरण के लिए शनिवार को 57 उम्मीदवारों की सूची जारी की।