Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Apr, 2018 03:27 PM
उत्तराखंड में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित अस्सीगंगा नदी पर बना वैली पुल आज अचानक एक बार फिर टूट गया। उत्तरकाशी के जिला आपदा परिचालन केंद्र प्रभारी देवेंद्र सिंह पटवाल ने बताया कि सुबह लगभग 10.30 बजे अस्सीगंगा नदी पर बना पुल क्षमता से अधिक...
देहरादून: उत्तराखंड में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित अस्सीगंगा नदी पर बना वैली पुल आज अचानक एक बार फिर टूट गया। उत्तरकाशी के जिला आपदा परिचालन केंद्र प्रभारी देवेंद्र सिंह पटवाल ने बताया कि सुबह लगभग 10.30 बजे अस्सीगंगा नदी पर बना पुल क्षमता से अधिक माल वाले वाहन के चलने के कारण टूट गया। पुल टूटने से किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। पुल टूटने से गंगोत्री घाटी अलग-थलग पड़ गई है। घटना की सूचना मिलते ही राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ), सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और जिला प्रशासन के संबंधित कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया। चीन सीमा को जोड़ने वाला यह एकमात्र पुल है, जो 14 दिसंबर 2017 में भी ओवरलोड ट्रकों के कारण टूटा था।
बीआरओ ने मरम्मत कर एक महीने बाद 10 जनवरी से इस पर वाहनों का संचालन शुरू कराया था। एक बार फिर से टूटने से इसकी निर्माण एजेंसी और पुलिस-प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मात्र 17 दिन बाद चारधाम यात्रा शुरू होनी है। गंगोत्री धाम जाने के लिए यही एकमात्र पुल है। ऐसे में यात्रा से ठीक पहले पुल के टूटने से बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है।
गंगोरी पुल साल 2013 की आपदा में अस्सी गंगा में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद में बह गया था। जिसके 20 दिन में बाद बीआरओ ने वैली पुल तैयार किया था। आपदा के पांच साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी सरकार ने यहां पक्का पुल नहीं बनाया है। उत्तरकाशी से चीन सीमा को जोडऩे वाला यह एक मात्र पुल है। ऐसे में गंगोरी से आगे भटवाड़ी, हर्षिल, गंगोत्री व असी गंगा क्षेत्र सहित चीन सीमा की सामरिक चौकियों से संपर्क पूरी तरह कट गया है।