Edited By Anil dev,Updated: 16 Jul, 2020 12:02 PM
मंजिल उसी को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौंसलों से उड़ान होती है। यह पंक्तियां राजप्पन रोजना नाम के शख्स पर बिलकुल सटीक बैठती हैं जोकि पिछले कुछ सालों से छोटी सी बोट किराए पर लेकर वेंबनाड झील और कुमारकोम की अन्य...
नई दिल्ली: मंजिल उसी को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौंसलों से उड़ान होती है। यह पंक्तियां राजप्पन रोजना नाम के शख्स पर बिलकुल सटीक बैठती हैं जोकि पिछले कुछ सालों से छोटी सी बोट किराए पर लेकर वेंबनाड झील और कुमारकोम की अन्य धाराओं से प्लास्टिक का कचरा इक्ट्टा करते हैं। हैरानी वाली बात यह है कि घुटने से नीचे के पैक पैरेलाइज होने के कारण राजप्पन रोजना चल नहीं सकते, लेकिन वह हाथों के जरिए यह काम कर रहे हैं। उनके इस काम को सलाम करते हुए एक्टर रणदीप हुड्डा ने ट्वीट किया है, जो खूब वायरल हो रहा है।
उन्होंने तारीफ करते हुए कहा कि कोई देश के प्रति अपना प्यार कैसे दिखा सकता है? शायद इस तरह से. प्यार अकसर काम में झलकता है, केवल शब्दों और सोशल मीडिया पर नहीं। राजप्पन जी को सलाम है। देशभक्ति का असली चेहरा। रणदीप हुड्डा के इस ट्वीट को लेकर फैंस भी खूब कमेंट कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स इस वीडियो को खूब पंसद कर रहे हैं।