Edited By vasudha,Updated: 11 Apr, 2018 02:24 PM
पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलाकर रहे विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया की जल्द ही कुर्सी छिन सकती है। 14 अप्रैल को वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष पद के लिए 52 सालों में पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं...
नेशनल डेस्क: पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलाकर रहे विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया की जल्द ही कुर्सी छिन सकती है। 14 अप्रैल को वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष पद के लिए 52 सालों में पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि पार्टी में बड़ा फेरबदल हो सकता है। सूत्रों के अनुसार तोगड़िया और वीएचपी के अध्यक्ष राघव रेड्डी को पार्टी संगठन के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में हटा दिया जाएगा।
14 अप्रैल को होगा फैसला
वीएचपी के कार्यकारी बोर्ड की बैठक 14 अप्रैल को गुरुग्राम में होगी जिसमें संघ के बड़े अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।इससे पहले अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए पिछले साल 29 दिसंबर को भुबनेश्वर में पार्टी के सदस्यों की बैठक हुई थी लेकिन किसी एक नाम पर सहमति न बनने को लेकर चुनाव नहीं हो सका। जिन उम्मीदवारों के नाम पर यह आम सहमति नहीं बन पाई है उनमें से एक हैदराबाद के राधव रेड्डी और दूसरे हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के जज विष्णु सदाशिव कोकजे हैं। इन दोनों में से जो भी चुनाव जीतेगा वह तोगड़िया की जगह लेगा।
RSS की पसंद का होगा अगला अध्यक्ष
बता दें कि तोगड़िया पिछले कुछ सालों में परिषद का चेहरा बनकर उभरे हैं। ऐसे में हाल ही में जिस तरह से उन्होंने गुजरात सरकार और पुलिस पर सनसनीखेज आरोप लगाए थे उसके बाद उनका भविष्य भी दांव पर लगा गया। आरएसएस का तोगड़िया को हटाने के पीछे एक कारण यह भी है कि जिस तरह वह मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ हमले कर रहे हैं इससे विपक्ष की ताकत मजबूत हो रही है। वीएचपी के जॉइंट जनरल सेक्रेटरी सुरेंद्र जैन ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए 14 अप्रैल को गुरुग्राम में चुनाव होने जा रहा है। पिछली बार आम सहमति नहीं बन पाई थी, इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए हम दोबारा बैठक कर रहे हैं।