Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Apr, 2018 11:54 AM
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह मेसुल में मारे गए 39 भारतीयों के अवशेषों को लाने के लिए इराक रवाना हो गए हैं। उन्होंने इराक रवाना होने से पहले बताया कि वे सबसे पहले अमृतसर, इसके बाद कोलकाता और फिर पटना में मृतकों के परिजनों को अवशेष सौंपेंगे। इस बारे...
नई दिल्लीः विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह मेसुल में मारे गए 39 भारतीयों के अवशेषों को लाने के लिए इराक रवाना हो गए हैं। उन्होंने इराक रवाना होने से पहले बताया कि वे सबसे पहले अमृतसर, इसके बाद कोलकाता और फिर पटना में मृतकों के परिजनों को अवशेष सौंपेंगे। इस बारे में मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।' बता दें कि केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पिछले महीने संसद में इस बात की पुष्टि की थी कि इराक के मोसुल से अगवा किए गए 39 भारतीयों को आतंकी संगठन ISIS ने मार दिया गया था।
सुषमा के इस बयान के बाद जहां मृतकों के परिजन इस खबर से टूट गए वहीं विपक्षी दलों ने सुषमा पर झूठा दिलासा देने का आरोप लगाया। दरअसल सुषमा कहा कहना था कि वे बिना पुष्टि के 39 भारतीयों को मृत घोषित नहीं कर सकती थी इसलिए उन्होंने शवों को उनके परिजनों के डीएनए सैंपल से मैच किया था। 39 भारतीय नागरिकों में से 27 पंजाब के हैं, चार हिमाचल प्रदेश के, छह बिहार के और दो पश्चिम बंगाल के नागरिक हैं।
पहाड़ खोदकर निकाले शव
सुषमा ने बताया था कि पहाड़ खोदकर भारतीयों के शव निकाले गए थे। उत्तरी इराक के मोसुल शहर से 3-4 साल पहले करीब 39 भारतीयों को अगवा करके मार डाला था। बाद में उनके शवों को मोसुल के उत्तर-पश्चिम में बादुश नाम के गांव के नजदीक दफना दिया गया था। सर्च ऑपरेशन के दौरान पता चला कि बादुश के नजदीक एक टीले के पास कुछ शव दफनाए गए हैं।