Edited By ,Updated: 30 Jan, 2015 10:04 AM
‘पुत्त वंडाऊण जमीनां, धीयां दुख वंडाऊंदीआ’ पंक्तियां उस समय तार-तार हो गईं जब बड़े लाड़-प्यार से पाल-पोस ..
अमृतसर: ‘पुत्त वंडाऊण जमीनां, धीयां दुख वंडाऊंदीआ’ पंक्तियां उस समय तार-तार हो गईं जब बड़े लाड़-प्यार से पाल-पोस कर बड़ी की गई किक्की ने अपनी वृद्ध माता को ही डस लिया।
दिल दहला देने वाले मंजर पर किक्की ने मगरमच्छ के आंसू भी बहाए थे और पुलिस को भी इस असमंजस में डाले रखा था कि उसे अपनी माता की हुई निर्मम हत्या का गहरा सदमा पहुंचा है, मगर आज जब असलियत का खुलासा हुआ तो पुलिस के साथ-साथ किक्की के सगे-संबंधियों के भी होश उड़ गए।
अक्सर देखा गया है कि जायदाद की खातिर इंसान अपने सभी रिश्तों को भुला आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे जाता है, मगर प्यार से पाली गई इंद्रराज कौर किक्की तो दरिंदगी की सभी हद पार कर गई और अपने प्रेमी को 5 लाख रुपए की सुपारी देने का वायदा कर अपनी मां को ही मरवा डाला।
पुलिस के इस खुलासे ने जहां किक्की के हैवानियत भरे चरित्र को बेनकाब कर दिया, वहीं 1981 में अपने पिता और वर्ष 2015 में अपनी माता को गंवा चुके किक्की के बीमार भाई तजिंद्र सिंह लाली का अब कोई भी सहारा नहीं रहा।