Edited By ,Updated: 04 Dec, 2016 06:31 PM
आतंकवाद के मुद्दे पर भारत एक बार फिर पाकिस्तान को अलग-थलग करने में कामयाब रहा है। अमृतसर में संपन्न हुई हार्ट ऑफ एशिया कांफ्रेंस में आतंकवाद ही मुख्य मुद्दा रहा।
अमृतसरः आतंकवाद के मुद्दे पर भारत एक बार फिर पाकिस्तान को अलग-थलग करने में कामयाब रहा है। अमृतसर में संपन्न हुई हार्ट ऑफ एशिया कांफ्रेंस में आतंकवाद ही मुख्य मुद्दा रहा। कांफ्रेंस में आतंकवाद को खत्म करने का संदेश देते हुए एक ऐंटी-टेरर प्रस्ताव पर सहमति बनी। पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी शर्मिंदगी की बात यह रही कि इस प्रस्ताव में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा जैसे पाकिस्तानी आतंकी संगठनों और हक्कानी नेटवर्क का नाम शामिल किया गया है।
हाई ऑफ एशिया कांफ्रेंस की समाप्ति के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली ने अमृतसर घोषणा पत्र की जानकारी दी। घोषणा पत्र में कहा गया, 'आतंकवाद शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है, सभी तरह के आतंकवाद को खत्म किया जाना चाहिए जिसमें आतंकवाद को समर्थन और आर्थिक मदद मुहैया कराना भी शामिल है। हम अफगानिस्तान में तालिबान, आईएसआईएस/दाइश और लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे सहयोगी संगठनों द्वारा की जा रही हिंसा को लेकर बहुत चिंतित हैं।'