Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 16 Aug, 2025 01:15 PM

ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर और कोच बॉब सिम्पसन का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन की खबर के बाद क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। बॉब सिम्पसन ने न केवल खिलाड़ी के रूप में बल्कि कोच के रूप में भी ऑस्ट्रेलिया को क्रिकेट की दुनिया...
खेल डेस्क: ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर और कोच बॉब सिम्पसन का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन की खबर के बाद क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। बॉब सिम्पसन ने न केवल खिलाड़ी के रूप में बल्कि कोच के रूप में भी ऑस्ट्रेलिया को क्रिकेट की दुनिया में बुलंदियों पर पहुंचाया। उनके योगदान को भुला पाना नामुमकिन है। बॉब सिम्पसन ने 1957 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। अपने करियर में उन्होंने 62 टेस्ट मैच खेले जिनमें उन्होंने 4869 रन बनाए। इनमें 10 शतक और 27 अर्धशतक शामिल रहे। दिलचस्प बात यह है कि सभी शतक उन्होंने कप्तान के रूप में ही लगाए। उनका आखिरी टेस्ट मैच 1978 में था और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने कुल 21029 रन बनाए जो इस बात का प्रमाण है कि वह कितने प्रतिभाशाली बल्लेबाज थे।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को दिया नया जीवन
साल 1986 में जब ऑस्ट्रेलियाई टीम बेहद खराब दौर से गुजर रही थी तब बॉब सिम्पसन को कोच बनाया गया। उनकी कोचिंग में टीम ने एक बार फिर दम दिखाना शुरू किया। उन्होंने कप्तान एलन बॉर्डर के साथ मिलकर युवा खिलाड़ियों की एक नई फौज तैयार की। इसमें डेविड बून, डीन जोन्स, स्टीव वॉ, क्रेग मैकडरमॉट और मर्व ह्यूजेस जैसे खिलाड़ी शामिल थे जिन्होंने आगे चलकर ऑस्ट्रेलिया को विश्व क्रिकेट में शीर्ष पर पहुंचाया।
पहला वनडे वर्ल्ड कप दिलाने वाले कोच
बॉब सिम्पसन की कोचिंग में ही ऑस्ट्रेलिया ने 1987 का पहला वनडे वर्ल्ड कप जीता था। इस ऐतिहासिक जीत में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को फाइनल मुकाबले में 7 रनों से हराया था। यह जीत ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट इतिहास का एक गौरवशाली पल बन गई। इसके अलावा 1989 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को हराकर एशेज सीरीज भी अपने नाम की थी जो सिम्पसन की रणनीति और कोचिंग क्षमता का एक और प्रमाण थी।
क्रिकेट के लिए जीवन समर्पित कर देने वाले खिलाड़ी
बॉब सिम्पसन केवल एक खिलाड़ी या कोच नहीं थे, बल्कि वे क्रिकेट के लिए जीने वाले और उसे बेहतर बनाने के लिए पूरी तरह समर्पित व्यक्ति थे। उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक व्यक्ति अपने समर्पण और मेहनत से एक टीम की किस्मत बदल सकता है। वे क्रिकेट के एक ऐसे स्तंभ थे जिनके बिना ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का इतिहास अधूरा माना जाएगा।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
बॉब सिम्पसन के निधन पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक सच्चा क्रिकेट दिग्गज बताया। बयान में कहा गया, “उन्होंने हमारे खेल के लिए अपना सब कुछ समर्पित कर दिया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया बॉब के परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है।”