Edited By ,Updated: 22 Aug, 2016 07:33 PM
खेलों की सर्वाेच्च अदालत (कैस) ने भारतीय पहलवान नरसिंह यादव के करियर खराब करने के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि भारतीय खिलाड़ी ने जानबूझकर
नई दिल्ली: खेलों की सर्वाेच्च अदालत (कैस) ने भारतीय पहलवान नरसिंह यादव के करियर खराब करने के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि भारतीय खिलाड़ी ने जानबूझकर टेबलेट के रूप में एक से अधिक बार प्रतिबंधित दवा का सेवन किया था। कैस ने नरसिंह पर डोपिंग के उल्लंघन के आरोप में चार साल का प्रतिबंध लगा दिया है जिससे वह 19 अगस्त को रियो में 74 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के अपने मुकाबले में नहीं उतर सके। इसके बाद उन्हें खेल गांव से भी बाहर होना पड़ा।
भारतीय कुश्ती संघ ने इस मामले में आरोप लगाया है कि नरसिंह प्रकरण में खेल पंचाट ने नोटिस इतने कम समय पर दिया कि ना तो नरसिंह अपनी दलील पेश कर सका और ना ही उनके पास उसका विकल्प लाने के लिए समय मिल सका। खेल पंचाट ने साथ ही कहा कि यदि नरसिंह उनके खिलाफ साजिश होने की बात को साबित कर देते हैं तो उन पर लगा चार वर्ष का प्रतिबंध घटाकर दो साल भी किया जा सकता है।
रियो ओलंपिक में भारतीय दल का हिस्सा रहे नरसिंह को खेलों के दौरान ही उनकी बाउट से ठीक एक दिन पहले चार वर्ष के लिये प्रतिबंधित कर दिया गया था। कैस ने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी(वाडा) की अपील पर सुनवाई करते हुए राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी(नाडा) के निर्णय को पलट दिया था जिसने डोपिंग मामले में नरसिंह को क्लीन चिट दे दी थी।