Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 08:29 PM
अंपायर फैसला समीक्षा प्रणाली(डीआरएस) के तहत अब टीमों के लिए बड़ी राहत की बात है कि अंपायर कॉल फैसले पर अब वे अपने रिव्यू नहीं गंवायेंगी।
लंदन: अंपायर फैसला समीक्षा प्रणाली(डीआरएस) के तहत अब टीमों के लिए बड़ी राहत की बात है कि अंपायर कॉल फैसले पर अब वे अपने रिव्यू नहीं गंवायेंगी। एक अक्टूबर से यह फैसला लागू हो जाएगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) के मुय कार्यकारियों की समिति ने डीआरएस और अन्य सिफारिशों पर अपनी हरी झंडी दे दी है। आईसीसी की क्रिकेट समिति ने मई में ये सिफारिशें की थीं। मंजूरी सिफारिशों में कई सिफारिशें डीआरएस से संबंधित हैं।
अंपायर कॉल पर अब टीमें अपना रिव्यू नहीं गंवायेंगी। टेस्ट मैचों में 80 ओवर के बाद टीमों को फिर से बढ़े हुये रिव्यू नहीं मिलेंगे। डीआरएस का अब टी 20 फार्मेट में भी इस्तेमाल होगा। समिति ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डीआरएस के इस्तेमाल के न्यूनतम मापदंडों को भी मंजूरी दे दी है। बॉल ट्रैकिंग और बल्ले के किनारे को पकडऩे वाली तकनीक का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया गया है। गेंद और बल्ले के बीच संतुलन बनाने के लिये बल्ले के आकार को लेकर सिफारिश भी मंजूर कर ली गयी है।
फुटबॉल की तरह अब क्रिकेट अंपायरों को भी खिलाडिय़ों के गंभीर दुव्र्यवहार के मामले में बाहर भेजने का अधिकार दे दिया गया है। रन आउट के मामले में एक परिवर्तन को मंजूरी दी गयी है। यदि बल्लेबाज क्रीज में पहुंच गया है और उसके बाद उसका बल्ला हवा में उठ जाता है तो उस स्थिति में उसे रनआउट नहीं दिया जायेगा।