Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 11:48 PM
महिला हॉकी टीम के कोच बनाए गए हरेंद्र सिंह ने कहा कि जो भी देश की सेवा करना चाहता है, उसे किसी भी तरह की भूमिका स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए। ह
बेंगलुरू: महिला हॉकी टीम के कोच बनाए गए हरेंद्र सिंह ने कहा कि जो भी देश की सेवा करना चाहता है, उसे किसी भी तरह की भूमिका स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए। हरेंद्र ने बीते समय में कभी भी महिला टीम को कोचिंग नहीं दी है, लेकिन उन्हें हाल में यह जिम्मेदारी सौंपी गई जबकि उनकी दिलचस्पी पुरूष राष्ट्रीय टीम के साथ काम करने में ज्यादा थी।
पिछले साल लखनऊ में भारत को जूनियर विश्व कप खिताब दिलाने वाले हरेंद्र इस चुनौती से पीछे नहीं हटे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे महिला टीम की कोचिंग करके गर्व महसूस होता है। इतिहास गवाह है कि दुनिया में हाकी के ज्यादातर शीर्ष हाकी कोचों ने शुरूआती दौर में महिला टीमों को कोचिंग दी थी।’’
यह पूछने पर कि पुरूष टीम की कोचिंग नहीं दी जाने से क्या वह निराश थे, तो उन्होंने कहा, ‘‘निराशा का कोई सवाल ही नहीं है। एक चीज है कि कोई भी अगर देश की सेवा करना चाहता हैतो वह इस तरह के मौके को गंवाना नहीं चाहिए और उसे यह चुनौती स्वीकार करनी चाहिए। ’’