Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Oct, 2017 09:11 PM
बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने आज कहा कि वह प्रज्ञान ओझा से जुड़े विवाद में नहीं पडऩा चाहते और उनका ध्यान आगामी रणजी...
नई दिल्लीः बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने आज कहा कि वह प्रज्ञान ओझा से जुड़े विवाद में नहीं पडऩा चाहते और उनका ध्यान आगामी रणजी ट्राफी सत्र में अपने खिलाडिय़ों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर है। अपने घरेलू राज्य हैदराबाद वापस लौटने के लिए बायें हाथ के टेस्ट स्पिनर ओझा ने बंगाल से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मांगा था लेकिन कैब अध्यक्ष सौरव गांगुली ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
यह नाराज स्पिनर इसके बाद ना तो बंगाल के सत्र पूर्व शिविर में पहुंचा और ना ही चयनकर्ता संपर्क करने की कोशिश करने पर उनसे बात कर पाए। सेना के खिलाफ पहले मैच से पूर्व टीम के ट्रेनिंग सत्र के बाद तिवारी ने कहा, ‘‘देखिये पिछले कुछ समय से मैं प्रज्ञान ओझा के संपर्क में नहीं हूं। मेरे पास कोई जानकारी नहीं है कि वह क्या कर रहा है। साथ ही चयन मामले मेरे दायरे में नहीं हैं। मेरे हाथ में बड़ा काम है जो यह सुनिश्चित करना है कि इस बार बंगाल बेहतर प्रदर्शन करे।’’
यह पूछने पर कि क्या ओझा को कैब रिलीज कर सकता है, तिवारी ने कहा, ‘‘आप गलत व्यक्ति से सवाल पूछ रहे हो। फैसला करना मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। मेरी जिम्मेदारी टीम का सहज संचालन है और मेरी ङ्क्षचता किसी विशिष्ट व्यक्ति को लेकर नहीं हो सकती। कहानी के दो पक्ष हैं और मुझे किसी के बारे में नहीं पता। इसलिए मेरा प्रतिक्रिया देना अनुचित होगा।’’