Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 11:12 PM
केन्द्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने आज यहां कहा कि भारत को फुटबॉल के बीते दौर को वापस लाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। फीफा अंडर-17 विश्व कप के इतर ओलंपिक रजत पदकधारी राठौड़ ने कहा, ‘‘हमें फुटबाल मे जान डालने के अलावा दूसरे खेलों को भी...
कोलकात: केन्द्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने आज यहां कहा कि भारत को फुटबॉल के बीते दौर को वापस लाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। फीफा अंडर-17 विश्व कप के इतर ओलंपिक रजत पदकधारी राठौड़ ने कहा, ‘‘हमें फुटबाल मे जान डालने के अलावा दूसरे खेलों को भी विकसित करना है।’’ उन्होंने चुन्नी गोस्वामी के नेतृत्व में 1962 एशियाई खेलों को याद करते हुये कहा, ‘‘बहुत से दर्शकों को शायद यह नहीं पता होगा कि हमने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता है और उस टीम के कप्तान बंगाल से ही थे।’’
उन्होंने कहा कि एक समय ओलंपिक में हम 14वें स्थान पर थे। यहां के साल्ट लेक स्टेडियम की सुविधाओं से प्रभावित राठौड़ ने कहा, ‘‘यहां बुनियादी ढांचा अच्छा है। मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी इन सुविधाओं का निरंतर इस्तेमाल करे। अगर सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं होता है तो इसे बनाये रखने का कोई फायदा नहीं। यहां ज्यादा से ज्यादा खिलाडिय़ों को आना चाहिये।’’