Edited By ,Updated: 27 Nov, 2016 08:53 PM
जर्मनी के निको रोसबर्ग ने अबु धाबी ग्रां प्री में रविवार को कड़े संघर्ष में दूसरे स्थान पर रहने के साथ ही पहली बार फार्मूला वन विश्व चैंपियनशिप जीत ली।
अबु धाबी: जर्मनी के निको रोसबर्ग ने अबु धाबी ग्रां प्री में रविवार को कड़े संघर्ष में दूसरे स्थान पर रहने के साथ ही पहली बार फार्मूला वन विश्व चैंपियनशिप जीत ली। रोसबर्ग को फार्मूला वन विश्व चैंपियन बनने के लिए इस रेस में सिर्फ पोडियम पर आना था और उन्होंने दूसरे स्थान के साथ अपने शानदार करिअॅर में वह स्थान हासिल कर लिया जो 34 साल पहले उनके पिता केके ने हासिल किया था। अबु धाबी ग्रां प्री में विजेता बनने का श्रेय रोसबर्ग के मर्सिडीज टीम साथी लुईस हेमिल्टन के हिस्से में गया जिन्होंने सत्र की अपनी 10वीं जीत और लगातार चौथी जीत हासिल की लेकिन वह रोसबर्ग को चैंपियन बनने से नहीं रोक सके।
हेमिल्टन ने रेस के अंतिम कुछ लैप में जानबूझकर गति को धीमा करने की कोशिश की ताकि उनके और रोसबर्ग के बीच कुछ दूसरे रेसर आ सके। लेकिन रोसबर्ग ने दूसरा स्थान लेकर विश्व खिताब अपने नाम किया। रोसबर्ग इसके साथ ही अपने देश के महान रेसर माइकल शूमाकर और सेबेस्टियन बेटल के साथ तीसरे विश्व चैंपियन बन गए। 1982 के खिताब विजेता केके रोसबर्ग के बेटे निको रोसबर्ग के नाम एक और उपलिध भी आ गयी है। वह ब्रिटेन के डेमन हिल के बाद यह खिताब जीतने वाले किसी विश्व चैंपियन के दूसरे बेटे बन गये हैं।