Edited By PTI News Agency,Updated: 05 Jun, 2020 12:41 PM
नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की संभावनाएं तलाशी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि यह अंतत: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम...
नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की संभावनाएं तलाशी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि यह अंतत: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) के लिये बेहतर समर्थन साबित होगा।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि केंद्रीय एमएसएमई मंत्री गडकरी ने एमएसएमई पर कोविड-19 के प्रभाव के बारे में चमड़ा निर्यात परिषद, फिक्की-एनबीएफसी प्रोग्राम और आईएमसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठकें की।
उन्होंने इस दौरान कहा कि यदि एनबीएफसी क्षेत्र में एफडीआई की संभावनाओं की तलाश की जाती हैं, तो यह अंतत: एमएसएमई के लिये बेहतर मदद साबित होगा। उन्होंने कहा कि एनबीएफसी के लिये क्रेडिट रेटिंग की एक व्यवस्था भी बनायी जानी चाहिये।
चमड़ा निर्यात परिषद के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मंत्री ने उल्लेख किया कि आगरा रिंग रोड के निकट एक लेदर क्लस्टर स्थापित करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया जा सकता है। ये औद्योगिक क्लस्टर आगरा के चमड़ा क्षेत्र में काम कर रहे लोगों की सहायता के लिए स्मार्ट सिटी, स्मार्ट गांव और अन्य बुनियादी ढांचों का विकास कर सकते हैं।
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