Edited By PTI News Agency,Updated: 13 Aug, 2020 11:47 PM
नयी दिल्ली, 13 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बृहस्पतिवार को ‘पारदर्शी कराधान- ईमानदार का सम्मान’ मंच के शुभारंभ के मौके पर उद्योगपति रतन टाटा, रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन सहित...
नयी दिल्ली, 13 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बृहस्पतिवार को ‘पारदर्शी कराधान- ईमानदार का सम्मान’ मंच के शुभारंभ के मौके पर उद्योगपति रतन टाटा, रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन सहित उद्योग, बैंकिंग क्षेत्र और स्वायत्त निकायों के 40 गणमान्य लोग मौजूद थे।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये इस मंच की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि 130 करोड़ की आबादी वाले भारत में सिर्फ 15 करोड़ लोग कर अदा करते हैं। उन्होंनें कहा कि जिन लोगों पर कर की देनदारी बनती है वे आगे आएं और ईमानदारी से कर अदा कर राष्ट्र निर्माण में योगदान करें।
सरकारी सूत्रों ने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आयोजित इस आयोजन में उद्योग, बैंकिंग, न्यायिक और स्वायत्तशासी निकायों, सरकारी विभागों तथा अर्थशास्त्रियों सहित कुल 40 गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में भागीदारी की।
इस कार्यक्रम में दिग्गज उद्योगपति आदि गोदरेज, इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति, आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला, भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल, महिंद्रा समूह के चेयरमैंन आनंद महिंद्रा, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष उदय कोटक, फिक्की की अध्यक्ष संगीता रेड्डी, पीडीएचसीसीसीआई के अध्यक्ष डीके अग्रवाल तथा एसोचैम के अध्यक्ष निरंजन हीरानंदानी ने भाग लिया।
सूत्रों ने बताया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी तथा अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी अपने पहले से तय कार्यक्रम की वजह से इस आयोजन में भाग नहीं ले पाए।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के प्रमुख अजय त्यागी, इरडा के प्रमुख एस सी खुंटिया, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार, नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कान्त और आईटीएटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति पी पी भट्ट भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
इसके अलावा सभी प्रमुख बैंकों... एसबीआई, पीएनबी, आईडीबीआई, केनरा बैंक, यूबीआई, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रमुख तथा प्रमुख अर्थशास्त्री शेखर शाह, पार्थ मुखोपाध्याय, नितिन देसाई, शंकर आचार्य तथा अरविंद विरमानी भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
इसके अलावा तीनों लेखा निकायों आईसीएआई, आईसीडब्ल्यूएआई तथा आईसीएसआई के अध्यक्ष भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
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