Edited By PTI News Agency,Updated: 25 Oct, 2020 05:53 PM
नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने सभी सरकारी संगठनों से अपनी व्यवस्थागत खामियों की पहचान करने और उन्हें सुधारने का आह्वान किया है। रविवार को एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गयी।
नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने सभी सरकारी संगठनों से अपनी व्यवस्थागत खामियों की पहचान करने और उन्हें सुधारने का आह्वान किया है। रविवार को एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गयी।
यह मंगलवार से शुरू हो रहे सतर्कता सप्ताह के लिए सीवीसी द्वारा योजनाबद्ध की गयी पहलों में एक है।
आयोग ने यह भी इच्छा प्रकट की है कि सभी संगठन अंदरूनी (रखरखाव) गतिविधियों पर ध्यान दें जिन्हें सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत अभियान रूप में लिया जाना है।
कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उसमें अंदरूनी प्रकियाओं में सुधार तथा प्रौद्योगिकी की मदद से समयबद्ध कार्य निस्तारण एवं व्यवस्थागत सुधार शामिल हैं।
उसमें कहा गया है, ‘‘ आयोग सभी प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाने पर बल देता है जिनमें बाहर से सेवा पर आये गये श्रमिकों को भुगतान, मकान आवंटन, भू-रिकार्ड समेत संपत्तियों के अद्यतन और डिजिटलीकरण और निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन करते हुए पुराने फर्नीचरों के निस्तारण एवं पुराने रिकार्डों को हटाना आदि शामिल हैं।’’
सीवीसी 27 सितंबर से दो नवंबर तक ‘सतर्क भारत , समृद्ध भारत ’ के ध्येय वाक्य के साथ सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाएगी।
यह हर साल उस सप्ताह को मनाया जाता है जब सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती (31 अक्टूबर) होती है।
सीवीसी ने कहा कि वह मानता है कि भ्रष्टाचार देश की प्रगति के लिए बड़ी बाधा है और समाज के सभी वर्गों को हमारे राष्ट्रजीवन के सभी पहलुओं में ईमानदारी बनाये रखने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।