Edited By PTI News Agency,Updated: 05 Nov, 2020 09:21 AM
नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बुधवार को बताया कि 30 सितंबर को समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान फंसे हुए कर्ज में कमी के चलते उसका संचयी शुद्ध लाभ 55 प्रतिशत बढ़कर 5,246.88 करोड़ रुपये हो गया।
नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बुधवार को बताया कि 30 सितंबर को समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान फंसे हुए कर्ज में कमी के चलते उसका संचयी शुद्ध लाभ 55 प्रतिशत बढ़कर 5,246.88 करोड़ रुपये हो गया।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शेयर बाजार को यह जानकारी देते हुये बताया कि पिछले वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ 3,375.40 करोड़ रुपये रहा था।
एसबीआई समूह की कुल आय समीक्षाधीन तिमाही के दौरान बढ़कर 95,373.50 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 89,347.91 करोड़ रुपये थी।
एकल आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ लगभग 52 प्रतिशत बढ़कर 4,574.16 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 3,011.73 करोड़ रुपये रहा था।
एकल आधार पर बैंक की कुल आय सितंबर 2020 तिमाही में बढ़कर 75,341.80 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 72,850.78 करोड़ रुपये थी।
बैंक ने बताया कि 30 सितंबर 2020 तक कुल कर्ज के मुकाबले उसकी सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) घटकर 5.28 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 7.19 प्रतिशत थी।
इस दौरान शुद्ध एनपीए भी घटकर 1.59 प्रतिशत रह गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 2.79 फीसदी था।
एसबीआई ने एक बयान में कहा कि उच्चतम न्यायालय के तीन सितंबर के आदेश के अनुसार एनपीए के वर्गीकरण के तहत सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए क्रमशः 5.88 प्रतिशत और 2.08 प्रतिशत रहते।
बयान के मुताबिक समीक्षाधीन तिमाही के दौरान शुद्ध ब्याज आय 15 प्रतिशत बढ़कर 28,181 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल इसी अवधि में 24,600 करोड़ रुपये थी।
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