Edited By PTI News Agency,Updated: 07 Nov, 2021 04:12 PM
नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) भारतीय सार्स-सीओवी2 जीनोमिक्स संघ (इनसाकॉग) ने कहा है कि कोविड-19 के नये एवाई.4.2 स्वरूप की तीव्रता सभी चिंताजनक स्वरूपों (वीओआई/वीओसी) की तीव्रता की 0.1 प्रतिशत से कम है और इस बार यह इतनी चिंताजनक नहीं है।
नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) भारतीय सार्स-सीओवी2 जीनोमिक्स संघ (इनसाकॉग) ने कहा है कि कोविड-19 के नये एवाई.4.2 स्वरूप की तीव्रता सभी चिंताजनक स्वरूपों (वीओआई/वीओसी) की तीव्रता की 0.1 प्रतिशत से कम है और इस बार यह इतनी चिंताजनक नहीं है।
इनसाकॉग ने अपने साप्ताहिक बुलेटिन में कहा कि कोरोना वायरस के अन्य डेल्टा स्वरूपों की तुलना में एवाई.4.2 के लिए टीके का प्रभाव अलग नहीं दिखता।
इनसाकॉग ने कहा, ‘‘एवाई.4.2 की संक्रामक क्षमता अधिक होने के लिए इस समय कोई जैविक आधार नहीं है।’’
भारत में सबसे पहले पिछले साल अक्टूबर में सामने आया वायरस का डेल्टा स्वरूप देश में कोरोना वायरस की विनाशकारी दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार था। यह लहर अप्रैल और मई में चरम पर थी।
इनसाकॉग देश की 28 प्रयोगशालाओं का संघ है जिसे कोविड-19 के लिए जिम्मेदार सार्स-सीओवी2 वायरस में जीनोम उत्परिवर्तनों पर निगरानी के लिए दिसंबर 2020 में गठित किया गया था। यह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन पूरे भारत में काम करता है।
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