Edited By PTI News Agency,Updated: 03 Oct, 2022 05:08 PM
नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर (भाषा) केंद्र सरकार ने धान की पराली जलाए जाने पर कारगर ढंग से लगाम लगाने के लिए पंजाब सरकार को एक व्यापक कार्ययोजना बनाने को कहा है।
नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर (भाषा) केंद्र सरकार ने धान की पराली जलाए जाने पर कारगर ढंग से लगाम लगाने के लिए पंजाब सरकार को एक व्यापक कार्ययोजना बनाने को कहा है।
कृषि मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव अभिलक्ष लिखी ने सोमवार को पंजाब सरकार के अधिकारियों को पराली जलाने पर नियंत्रण करने के लिए एक विस्तृत योजना बनाने के लिए कहा। धान की कटाई के बाद पंजाब में पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो जाता है जिससे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से वायु गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ता रहा है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, लीखी ने पंजाब के एसएएस नगर जिले की खरार तहसील में फसल अवशिष्ट प्रबंधन पर आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए पराली प्रबंधन के लिए कार्ययोजना बनाकर काम करने की जरूरत पर बल दिया।
राज्यों को मशीनों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करने, फसल अवशिष्ट प्रबंधन (सीआरएम) मशीनों के साथ पूरक ढंग से जैव-अपघटक का इस्तेमाल बढ़ाने और बायोमास-आधारित बिजली संयंत्रों जैसे उद्योगों से आने वाली मांग को पूरा करने के लिए पुआल-भूसे का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए भी कहा गया है।
लिखी ने कहा, ‘‘अगर राज्य सरकार के स्तर पर सभी कदम व्यापक तरीके से उठाए जाते हैं, तो पराली जलाने पर आने वाले मौसम में कारगर ढंग से काबू पाया जा सकता है।’’
जैव-अपघटक का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने अगस्त, 2022 में सीआरएम योजना से संबंधित परिचालन दिशानिर्देशों को संशोधित किया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।