Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Oct, 2017 12:26 PM
बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने समेकित कृषि को बढ़ावा देने के लिए सार्थक प्रयास किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में धान, गेहूं, दलहन, तिलहन की पैदावार बढ़ाए जाने के साथ ही मक्का, चना, मशरूम, हल्दी, अदरक, तीसी और मखाना...
पटनाः बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने समेकित कृषि को बढ़ावा देने के लिए सार्थक प्रयास किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में धान, गेहूं, दलहन, तिलहन की पैदावार बढ़ाए जाने के साथ ही मक्का, चना, मशरूम, हल्दी, अदरक, तीसी और मखाना जैसी फसलों के मूल्य वर्धन पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
मलिक को राजभवन में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के कुलपतियों ने अपने विश्वविद्यालय में संचालित कृषि शिक्षा, शोध एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों सहित अन्य गतिविधियों के बारे में ‘पावर प्वॉइंट प्रेजेन्टेशन’ के जरिए जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में समेकित कृषि की शिक्षा, शोध एवं प्रशिक्षण के लिए विशेष प्रयास करने की जरूरत है।
मलिक ने कहा कि बिहार की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। बाढ़ एवं सुखाड़ जैसी आपदाओं से कृषि को बचाते हुए किन फसलों की पैदावार बेहतर रूप में प्राप्त की जा सकती है, इस पर कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विश्वविद्यालयों को विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में ध्यान देते हुए कृषि विकास के सार्थक प्रयास कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि आधुनिक संचार संसाधनों का उपयोग करते हुए कृषकों को वीडियो क्रॉन्फ्रेंसिंग, सामुदायिक रेडियो, विभिन्न ऐप और मोबाइल के जरिए कृषि की आधुनिक प्रणाली से अवगत करवाया जा रहा है। इनके अलावा मौसम की भविष्यवाणी, भूमि की गुणवत्ता जांच तथा फसल रोगों से बचाव के उपायों के बारे में भी नियमित जानकारियां दे रहे हैं।