Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 01:12 PM
राज्य की राजनीति में आए बदलाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को लेकर जदयू के सुर कुछ बदले-बदले से लग रहे हैं। मांझी पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के साथ-साथ जदयू और भाजपा की निगाहें भी टिकी हुई हैं। इस मामले पर मांझी ने फिलहाल चुप्पी साधी हुई...
बिहारः राज्य की राजनीति में आए बदलाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को लेकर जदयू के सुर कुछ बदले-बदले से लग रहे हैं। मांझी पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के साथ-साथ जदयू और भाजपा की निगाहें भी टिकी हुई हैं। इस मामले पर मांझी ने फिलहाल चुप्पी साधी हुई है।
जीतन राम मांझी का मानना है कि बिहार में अगले चुनाव में दलितों की भूमिका अहम होगी। चुनाव में अभी समय है, मांझी को जहां बेहतर मौका मिलेगा डील वहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मांझी के गांव महकार में करोड़ों की योजना का उद्घाटन किया है। कभी जदयू के नेताओं ने मांझी के खिलाफ विवादित बयान दिए थे। नीतीश कुमार ने उनको विभीषण तक कह दिया था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव का कहना है कि मांझी एनडीए के सदस्य हैं और हमेशा रहेंगे। इस बात में किसी प्रकार का कोई संदेह नही है।