Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Dec, 2017 04:35 PM
करीब 6 साल पुराने और देश के सबसे बड़े घोटालों में से एक 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर अहम फैसला आ चुका है। फैसले के मुताबिक इस मामले से जुड़े नेता, व्यापारी और अधिकारी सब बरी हो चुके हैं। इस मामले की सुनवाई करने के बाद पटियाला हाऊस कोर्ट स्थित सीबीआइ की...
नई दिल्लीः करीब 6 साल पुराने और देश के सबसे बड़े घोटालों में से एक 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर अहम फैसला आ चुका है। फैसले के मुताबिक इस मामले से जुड़े नेता, व्यापारी और अधिकारी सब बरी हो चुके हैं। इस मामले की सुनवाई करने के बाद पटियाला हाऊस कोर्ट स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत ने पूर्व दूरसंचार मंत्री ए.राजा और द्रमुक नेता कनिमोझी सहित सभी आरोपियों को बरी कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने 2012 में 122 लाइसेंस रद्द कर दिए थे। ये लाइसेंस 'पहले आओ, पहले पाओ' की नीति के आधार पर जारी किए गए थे। स्वान, एस-टेल और लूप टेलीकॉम जैसी कंपनियां सेक्टर से बाहर हो गईं। कई कंपनियों के लिए सेक्टर में बने रहना भारी पड़ने लगा और उन पर कर्ज का बोझ बढ़ने लगा। जानिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा उस समय किन 2जी कंपनियों के लाइसेंस रद्द किए गए।
ऑपरेटर का नाम |
सेवा क्षेत्र |
टाटा टेलीसर्विसेज लिमिटेड |
असाम, जम्मू कश्मीर |
आइडिया सेल्युलर लिमिटेड |
पंजाब, असाम, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, कोलकाता |
स्पाइस कम्युनिकेशंस लिमिटेड |
दिल्ली, आंध्र प्रदेश, हरियाणा |
स्वान टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड |
आंध्र प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, केरल |
एस टेल लिमिटेड |
असाम, जम्मू कश्मीर |
डेटाकॉम सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड |
गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल |
लूप टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड |
गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, पंजाब
|
एलियांज इंफ्राटेक (पी) लिमिटेड |
बिहार, हरियाणा |
एडोनिस प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड |
हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब |
वोल्गा प्राइवेट लिमिटेड |
गुजरात, मध्य प्रदेश |
नाहन प्रापर्टी प्राइवेट लिमिटेड |
असाम |
श्याम टेलीलिंक लिमिटेड |
हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल, कोलकाता |